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Haryana BJP: हरियाणा में अगले 1 सप्ताह में हो जाएगा भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का फैसला, जानें किसे मिलेगी कमान

 

Haryana BJP: हरियाणा में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष का फैसला अगले एक सप्ताह के भीतर हो जाएगा। पार्टी हाईकमान ने प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह को केंद्रीय पर्यवेक्षक बनाया है।

अरुण सिंह की ओर से अब कभी भी प्रदेश अध्यक्ष पद के चुनाव का नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है। मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली को फिर से राज्य में पार्टी की कमान मिलने की प्रबल संभावना है।

हालांकि भाजपा संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया को पूरा करने के बाद ही इस पर फैसला करेगी। इससे पहले पिछले दिनों भाजपा ने राज्य में 27 जिलाध्यक्षों की चुनाव प्रक्रिया को पूरा किया है। सभी जिलों में सर्वसम्मति से जिलाध्यक्ष चुने गए हैं।

प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए नहीं होगा मतदान

इसी तरह से प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए भी मतदान की नौबत नहीं आएगी। अरुण सिंह द्वारा नोटिफिकेशन जारी होने के बाद प्रधान बनने के इच्छुक नेताओं को आवेदन करने का मौका दिया जाएगा।

आवेदन भरने के बाद उसी दिन नामांकन-पत्रों की छंटनी होगी और शाम तक नाम वापस लिए जाएंगे। यह प्रक्रिया पूरी होने के अगले दिन अरुण सिंह की अध्यक्षता में बैठक होगी और उसमें प्रदेश अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।

सूत्रों का कहना है कि अगले एक-दो दिन में कभी भी प्रदेश अध्यक्ष पद को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया जा सकता है। भाजपा संगठन में प्रदेश अध्यक्ष पद के चयन के लिए हरियाणा में कुल 117 वोटर हैं। इनमें सभी 27 जिलाध्यक्षों को मतदान करने के अधिकार हैं।

इसी तरह से सभी 90 विधानसभा हलकों के अध्यक्ष भी वोटर हैं। ये सभी मतदाता मिलकर प्रधान चुन सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष चुनाव में इन सभी मतदाताओं को भी रोहतक स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय या पंचकूला के पार्टी कार्यालय में बुलाया जा सकता है।

अपनाई जाएगी 3 दिन की प्रक्रिया

प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए तीन दिन की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। पहले दिन प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए आवेदन करने को नोटिफिकेशन जारी होगा। नोटिफिकेशन जारी होने के बाद अगले दिन नामांकन-पत्र जमा होंगे।

इसी दिन नामांकन-पत्रों की छंटनी व वापसी की प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। तीसरे दिन प्रदेश अध्यक्ष पद का चुनाव होगा। सर्वसहमति बनने पर मौके पर ही प्रदेश अध्यक्ष पद के नाम का ऐलान कर दिया जाएगा।

बड़ौली को फिर मिल सकता है मौका

पिछले साल 9 जून को जब मोहनलाल बड़ौली पहली बार प्रदेश अध्यक्ष बने, तो उस समय वे राई से विधायक हुआ करते थे। भाजपा ने इस बार उन्हें विधानसभा चुनाव नहीं लड़वाया। अलबत्ता उनके नेतृत्व में विधानसभा के चुनाव लड़े गए।

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के फेस और बड़ौली के नेतृत्व में हुए चुनावों में भाजपा ने 48 सीटों पर जीत हासिल कर पूर्ण बहुमत के साथ तीसरी बार सरकार बनाई। बड़ौली को प्रधान बने लगभग 9 महीने ही हुए हैं। ऐसे में पार्टी नेतृत्व उन्हें एक बार और मौका दे सकती है।