Gurugram: वॉल्वो बसों के संचालन पर ‘ग्रेप’ का असर देखने मिला
इस वित्तीय असंतुलन के कारण वॉल्वो बसों की आर्थिक स्थिति पर दबाव बन गया है।
गुरुग्राम में वॉल्वो बसों के संचालन पर ‘ग्रेप’ (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) का असर देखने को मिल रहा है। गुरुग्राम बस डिपो के महाप्रबंधक ने बताया कि वॉल्वो बसों का संचालन अब घाटे में चल रहा है। इन बसों की कमाई 6,500 रुपये प्रतिदिन हो रही है, जबकि इन्हें चलाने का खर्च लगभग 12,000 रुपये प्रतिदिन है। इस वित्तीय असंतुलन के कारण वॉल्वो बसों की आर्थिक स्थिति पर दबाव बन गया है।
ग्रेप के तहत प्रदूषण नियंत्रण के लिए कई कड़े कदम उठाए गए हैं, जिनके कारण वॉल्वो बसों का संचालन कम हो गया है। इस योजना के अंतर्गत दिल्ली और गुरुग्राम में ध्वनि और वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ट्रैफिक कम किया गया, जिससे बसों की यात्रा में कमी आई। इसके अलावा, कम यात्री होने से बसों की कमाई भी प्रभावित हुई है, जिससे यह घाटे में चल रही हैं।
महाप्रबंधक ने बताया कि इन बसों की लागत बहुत अधिक है, लेकिन प्रदूषण कम करने के प्रयासों के चलते इनका परिचालन कठिन हो गया है। हालांकि, अधिकारियों का मानना है कि अगर यात्री संख्या में वृद्धि होती है, तो यह घाटा कम हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में इसे सुधारने के लिए कई उपाय किए जा रहे हैं, ताकि घाटे को कम किया जा सके और बसों का संचालन लाभकारी हो।