जीएमडीए का अतिक्रमणकारियों के खिलाफ बड़ा एक्शन,पांच किलोमीटर का फुटपाथ हुआ साफ
सनाथ रोड पर 4 मीटर चौड़े नए विकसित फुटपाथों को खूबसूरती से लैंडस्केप किया गया है और इस सड़क पर बड़ी संख्या में पैदल यात्रियों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में लगे कर्मचारियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक सुनियोजित तरीके से बनाया गया है। पासपोर्ट कार्यालय भी सनाथ रोड पर स्थित है और यहां रोजाना बड़ी संख्या में आगंतुक आते हैं। इन पैदल मार्गों पर दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा था और बिना किसी वैध अनुमति के कई रेहड़ियां भी खड़ी हुई थीं।
Gurugram News Network – गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) ने बुधवार को सनाथ रोड पर पांच किलोमीटर लंबे फुटपाथ को साफ किया और पैदल यात्रियों की आवाजाही में बाधा बन रहे सभी अतिक्रमणों को हटाया। कार्रवाई जीएमडीए के प्रवर्तन विंग द्वारा की गई, जिसका नेतृत्व जीएमडीए के डीटीपी और गुरुग्राम में अतिक्रमण के लिए नियुक्त नोडल अधिकारी आरएस भाठ ने राहगिरी फाउंडेशन के सहयोग से किया।
सनाथ रोड पर 4 मीटर चौड़े नए विकसित फुटपाथों को खूबसूरती से लैंडस्केप किया गया है और इस सड़क पर बड़ी संख्या में पैदल यात्रियों और बहुराष्ट्रीय कंपनियों में लगे कर्मचारियों की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए एक सुनियोजित तरीके से बनाया गया है। पासपोर्ट कार्यालय भी सनाथ रोड पर स्थित है और यहां रोजाना बड़ी संख्या में आगंतुक आते हैं। इन पैदल मार्गों पर दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा था और बिना किसी वैध अनुमति के कई रेहड़ियां भी खड़ी हुई थीं।
डीटीपी जीएमडीए ने टीम के साथ दो बार क्षेत्र का दौरा किया और सभी अतिक्रमणकारियों से अतिक्रमण हटाने को कहा, लेकिन वे निर्देशों का पालन करने में विफल रहे। मामले को सुलझाने के लिए, आज 5 घंटे तक चले अभियान में टीम द्वारा पूरे 5 किलोमीटर लंबे फुटपाथ हिस्से को साफ किया गया, जिसमें लगभग 30 रेहड़ियां हटाई गईं और सरहोल क्षेत्र के भीतर दुकानों द्वारा किए गए अतिक्रमण को भी हटाया गया।
आर एस भाठ ने कहा कि इन नए फुटपाथों पर भारी अतिक्रमण पाया गया और वे क्षेत्र में पैदल चलने वालों की आवाजाही में बाधा बन रहे थे। हमने यह सुनिश्चित करने के लिए सभी अवैध अतिक्रमण हटा दिए हैं कि नए विकसित बुनियादी ढांचे की स्थिति और उपयोगिता खराब न हो। अभियान में जीएमडीए के सहायक नगर योजनाकार सतिंदर आर्य, मांगे राम, राहगिरी फाउंडेशन के साइट इंजीनियर दुष्यंत और जीएमडीए के जेई मौजूद थे।