Gurugram News Network – शहर से राजीव चौक की जल्द ही सूरत बदल जायेगी। गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) की तरफ से 2.61 करोड़ रुपए का बजट तैयार कर आज बैठक में मंजूरी दे दी गई है। जल्द ही इस चौराहे की सूरत बदल जायेगी।
शहर में जंक्शन के सुधार के लिए चल रही पहल को आगे बढ़ाते हुए, GMDA के CEO ए. श्रीनिवास ने आज अपनी अध्यक्षता में आयोजित टेंडर एलोटमेंट कमेटी (टीएसी) की बैठक में ‘राजीव चौक के पुनर्विकास के कार्य के टेंडर को मंजूरी दे दी। जल्द ही योग्य एजेंसी को कार्य आवंटित किया जाएगा।
इस प्रमुख जंक्शन के सुधार के लिए जिला प्रशासन और जिला सड़क सुरक्षा समिति के निर्देशानुसार कार्य किया जाएगा। जंक्शन के पुनर्विकास के लिए राहगीरी फाउंडेशन द्वारा किए गए स्थलाकृति सर्वेक्षण के निष्कर्षों को शामिल करने के बाद राहगीरी द्वारा डिजाइन तैयार किया गया है। इस कार्य को 8 माह में पूर्ण किया जाएगा।
CEO ने कहा कि राजीव चौक का पुनर्विकास इस प्रमुख चौराहे पर यातायात प्रबंधन और पैदल यात्री सुरक्षा में सुधार करने में सहायक होगा। जंक्शन की समग्र उपयोगिता को बढ़ाने के लिए सभी आवश्यक सुधारात्मक उपायों का कार्यान्वयन किया जाएगा। राजीव चौक के उत्थान के लिए बनाई गई नई योजना में, पैदल यात्रियों और साइकिल चालकों के लिए साझा मार्गों का निर्माण, जंक्शन पर ट्रैफ़िक को लेन से अलग करने के लिए आईलैंड का निर्माण और पैदल यात्रियों की आवाजाही को आसान बनाने के लिए जंक्शन के सभी तरफ मार्गों की निर्बाध कनेक्टिविटी के लिए आईलैंड के माध्यम से एक साझा मार्ग विकसित करने पर विचार किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, गति नियंत्रण के उपायों के तहत स्लिप लेन पर टेबल टॉप/स्पीड ब्रेकर का निर्माण किया जाएगा। फुटपाथों के अवैध उपयोग को रोकने और किसी भी अतिक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए बोलार्ड लगाए जाएंगे। सड़क सुरक्षा फर्नीचर जैसे रोड साइनेज, रोड स्टड और जेबरा क्रॉसिंग, रंबल स्ट्रिप्स, लेन लाइन आदि को प्रदान करना भी पुनर्विकास कार्य के दायरे में शामिल किया गया है।
इसके अतिरिक्त, समर्पित बस बे और ऑटो-रिक्शा पिक अप और ड्रॉप ऑफ ज़ोन का प्रावधान डिजाइन योजना में शामिल किया गया है, ताकि चौक पर ट्रैफ़िक को कम किया जा सके और इन वाहनों की संगठित आवाजाही को सुविधाजनक बनाया जा सके।
वर्तमान में, जीएमडीए शहर के अन्य प्रमुख जंक्शन कन्हई चौक, इफको चौक और हीरो होंडा चौक के पुनर्विकास पर भी काम कर रहा है, जिसमें जंक्शन की समग्र उपयोगिता को बढ़ाने, ट्रैफ़िक आवाजाही को व्यवस्थित करने और इन पर पैदल चलने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के उपाय किए जा रहे हैं।