Gurugram News Network – गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण ने पालम विहार के एफ ब्लॉक को इन दिनों स्लम एरिया बना दिया है। लोगों का आरोप है कि जीएमडीए द्वारा जो बरसाती नाले का निर्माण कराया जा रहा है उसमें सीवर का गंदा पानी छोड़ दिया है जिसके कारण उनका घर पर बैठना मुहाल हो गया है। शहर में हुई बेमौसम की बारिश के कारण इस बरसाती नाले की मिट्टी बह गई जिसके कारण उनके घरों को खतरा है।
स्थानीय निवासी के के चौहान, बी के पांडे समेत अन्य ने बताया कि करीब 40 साल पहले इस नाले को बनाया गया था जिसे नजफगढ़ ड्रेन से जोड़ा गया था। पहले इस नाले में केवल बरसात के दिनों में ही पानी आता था और बाकी समय सूखा रहता था। इसे उपर से भी कवर किया गया था, लेकिन नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की गाइडलाइन आने के बाद इस नाले को ओपन कर दिया गया। अब जीएमडीए द्वारा इसकी मरम्मत किए जाने के साथ ही चौड़ा किए जाने का काम किया जा रहा है।
जीएमडीए द्वारा इसे तीन फेज में ठीक और पक्का किया जा रहा है। पहले फेज में पालम विहार से रेलवे कल्वर्ट तक रिपेयर किया जा रहा है। इस कार्य में करीब 15 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। निर्माण कार्य के लिए इसमें पानी रोका गया है। शहर में बेमौसम हुई बरसात के कारण इस नाले में पानी को छोड़ दिया गया जिसके कारण यहां कुछ घरों के पास मिट्टी ढह गई, जिसके बाद से लोगों में दहशत का माहौल है। लोगों का कहना है कि पालम विहार से कुछ दूर जाकर नाले में ढलान नहीं है। ऐसे में पानी बैक मार जाएगा और पूरी परेशानी पालम विहार एफ ब्लॉक के लोगों को होगी।
वहीं, जीएमडीए के एसडीओ नरेश कुमार ने बताया कि कार्य में कोई लापरवाही नहीं बरत रहे हैं। बरसात में शहर को जलभराव से बचाने के लिए इस ड्रेन के रोके गए पानी को एक बार फिर शुरू करना पड़ा था। मिट्टी जहां ढही है वहां से मकान करीब 10 फीट दूर हैं। लोगों ने जीएमडीए की जमीन पर कब्जा किया हुआ है। लोगों को डर है कि इस निर्माण के कारण उनके अवैध निर्माण न गिर जाए उसके कारण ही यह लोग विरोध कर रहे हैं।