Gurugram News Network – गुरुग्राम पुलिस में तैनात SPO (स्पेशल पुलिस ऑफिसर) के पद पर तैनात महिला ने नेशनल ग्रैपलिंग रेसलिंग चैम्पियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है । मूल रुप से जींद जिला निवासी 45 वर्षीय कुशल घणघस ने ग्रैपलिंग रेसलिंग में गोल्ड मेडल जीतकर ना केवल अपने गांव का नाम रोशन किया है बल्कि उन महिलाओं के लिए प्रेरणा बनने का भी काम किया है जो इस फील्ड में आगे बढना चाहती हैं ।
45 वर्षीय कुशल घणघस की शादी साल 1998 में भिवानी जिले के जताई गांव में हुई । शादी के समय 8वीं क्लास तक पढी कुशल ने आगे की पढाई अपने ससुराल में ही की । पति और सास-ससुर के सहयोग से कुशल ने आगे की पढाई पूरी कर औघोगिक सुरक्षा बल पुलिस में भर्ती हुई लेकिन एक साल बाद ही इसे खत्म कर दिया गया जिसके बाद कुशल ने गुरुग्राम पुलिस में SPO के पद पर नौकरी ज्वाइन की ।
कुशल का कहना है कि उनकी इच्छा थी कि वो रेसलिंग में जाए इसके लिए उन्होनें अपने पति से कहा तो उनके परिवार ने इसमें उनका पूरा सहयोग किया । इस साल उत्तर प्रदेश में सेकेंड नेशनल ग्रैपलिंग रेसरिंग प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें कुशल ने हिस्सा लिया और ना केवल हिस्सा लिया बल्कि अपनी मेहनत से कुशल ने इस प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल भी हासिल किया । इस प्रतियोगिता में कुशल ने मध्य प्रदेश की खिलाड़ी को हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया है ।
गुरुग्राम पुलिस में SPO रहते हुए ही कुशल घणघस ने तीन चार में ही ग्रैपलिंग रेसलिंग की खिलाड़ी बनी । इस मौके पर सोमवार को अपने गांव जताई पहुंची कुशल का उनके ग्रामीणों ने नोटों की माला पहनाकर स्वागत किया और ग्रामीणों ने कहा कि हमारी छोरी क्या छोरों से कम हैं । कुशल घणघस से पत्रकारों से बातचीत करते हुए इसका श्रेय अपने ससुराल परिवार को दिया है और कहा कि नौकरी से लेकर खेल तक परिवार ने बिना किसी प्रतिबंध के उनका सहयोग दिया है जिसकी बदौलत वो अपने क्षेत्र का नाम रोशन कर रही है ।