Gurugram News Network – प्रदेश को सबसे ज्यादा रेवेन्यू देने वाले एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग के कर्मचारी व अधिकारियों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं। डेढ़ साल पहले ही विभाग की नई इमारत का उद्घाटन डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने किया है, लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से यह इमारत जर्जर होने लगी है। हालात यह है कि कर्मचारियों के लिए यहां पीने तक का पानी नहीं है। छह महीने से लिफ्ट खराब पड़ी है। इसको देखते हुए विभाग के एक्साइज इंस्पेक्टर सहित क्लर्क, एसिस्टेंट और फोर्थ क्लास कर्मचारियों ने दो घंटे की सांकेतिक हड़ताल करते हुए धरना प्रदर्शन किया।
एक्साइज एंड टैक्सेशन वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष समीर सांगवान ने बताया कि सेक्टर-32 में विभाग की नई बिल्डिंग संसाधन भवन का निर्माण किया गया था। 42 करोड़ से बनी इस इमारत की हालत डेढ़ साल में ही खस्ता होने लगी। करीब छह महीने से लिफ्ट बंद पड़ी है। अब यहां पीने के पानी की भी समस्या होने लगी है जिसके कारण न केवल कार्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों को बल्कि इस कार्यालय में आने वाले लोगों को भी परेशानी होने लगी है।
एसोसिएशन के प्रवक्ता लोकेश आहूजा ने बताया कि इस कार्यालय में लोगों का आना जाना लगा रहता है। लिफ्ट खराब होने से लोगों को परेशानी होती है। इस साल विभाग ने प्रदेश सरकार को 1500 करोड़ से ज्यादा का रेवेन्यू दिया है, लेकिन सरकार की तरफ से कर्मचारियों को सुविधाएं शून्य दी जा रही हैं। इसको लेकर ही वह आज धरने पर बैठे थे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों को जल्द ही न माना तो वह आंदोलन की राह पकड़ लेंगे और अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन पर बैठ जाएंगे।