Gurugram News Network – जिला नगर योजनाकार ने शहर की अवैध कॉलोनियों में ही नहीं बल्कि पॉश कॉलोनी में अवैध रूप से बन रहे मकानों को भी अपना निशाना बनाना शुरू कर दिया है। जिला नगर योजनाकार की टीम ने बुधवार को जहां डीएलएफ फेज-3 में अवैध रूप से बनाए जा रहे 11 मकानों पर तोड़फोड़ कार्रवाई की है वहीं, फर्रूखनगर क्षेत्र में पांच अवैध कॉलोनियों को भी धराशाही किया गया।
DTP इंफोर्समेंट मनीष यादव के नेतृत्व में चले अभियान में बुधवार को डीएलएफ फेज 3 के यू-ब्लाक में कार्रवाई की गई। यहां टीम ने ब्लाॅक में बिना टाउन प्लानिंग विभाग की स्वीकृति के मकानों का निर्माण किया जा रहा था। करीब 11 मकानों पर पीला पंजा चलाया गया। इसी प्रकार से चार मकानों को एनफोर्समेंट टीम ने सील भी कर दिया। इन मकानों में भी अवैध निर्माण किया जा रहा था। इसके अलावा टीम ने ब्लाक के छह खाली रिहायशी प्लाटों में बम्बू स्टिक से स्ट्रक्चर तैयार कर अवैध अस्थायी रेस्टोरेंट ढाबे चलाए जा रहे थे, इन पर भी विभाग की तरफ से पीला पंजा चलाया गया और दोबारा से न चलाने की चेतावनी दी गई है। यदि फिर से चलाए गए तो विभाग की तरफ से एफआईआर भी दर्ज कराई जाएगी। इसके बाद विभाग ने पूरे ब्लाक की अधिकांश लेन में पीले पंजे को घुमाते हुए घरों से आगे पसरे अतिक्रमण पर भी पीला पंजा चलाया।
वहीं, अवैध कॉलोनियों पर की गई कार्रवाई के संदर्भ में DTP सुमित मलिक ने बताया कि टीम ने पहली कार्रवाई फर्रूखनगर गांव में की। यहां 2 एकड़ जमीन पर कॉलोनी बसाई जा रही थी। इस दौरान एक निर्माणाधीन मकान व 8 डीपीसी को ध्वस्त किया गया। टीम ने रोड नेटवर्क को भी पूरी तरह से समाप्त कर दिया। दूसरी कार्रवाई भी फर्रूखनगर में की गई। यहां 13 एकड़ में बसाई जा रही अवैध कॉलोनी में 2 निर्माणाधीन मकान, 14 डीपीसी को तोड़ दिया गया। इसके बाद तीसरी कार्रवाई सैदपुर मोहम्मदपुर में की गई। यहां तीन एकड़ की अवैध कॉलोनी में एक निर्माणाधीन मकान, 10 डीपीसी को तोड़ा गया। इसी गांव में पांच एकड़ में एक अन्य अवैध कॉलोनी में टीम ने 7 डीपीसी को तोड़ा। पांचवी कार्रवाई गांव सुल्तानपुर में की गई। यहां 3 एकड़ की अवैध कॉलोनी में 6 बाउंड्रीवाल, 4 डीपीसी व दो निर्माणाधीन मकान ध्वस्त किए गए। इन सभी कॉलोनियों के रोड नेटवर्क को भी खत्म किया गया। कार्रवाई के दौरान ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर GMDA के SDE हेमंत सैनी मौजूद रहे। इस दौरान मौके पर एकत्र हुए लोगों को दोबारा निर्माण न करने की चेतावनी दी है।