गुरुग्राम नगर निगम वार्डबंदी में घोटाला, सर्वे रिपोर्ट में जनसंख्या से ज्यादा वोटरों की संख्या
Gurugram News Network – इस साल गुरुग्राम नगर निगम का कार्यकाल नवंबर के महीने में खत्म होने जा रहा है ऐसे में सरकार गुरुग्राम नगर निगम के चुनाव कराने के तैयारी में जुट गई है । इसीलिए गुरुग्राम में नगर निगम वार्डों के परिसिमन का कार्य चल रहा है । निजी ऐजेंसी को गुरुग्राम नगर निगम वार्डों के सर्वे का काम सौंपा गया है जिसके द्वारा नगर निगम एरिया की जनगणना का काम किया जा रहा है ताकि वार्डबंदी कराई जा सके लेकिन वार्डबंदी होने से पहले ही सर्वे का काम विवादों में आ गया है । वार्डबंदी के लिए सरकार की तरफ से डीसी निशांत यादव की चेयरमैनशिप में एडहॉक कमेटी का भी गठन किया गया है जो जल्द पर सर्वे पर अपनी रिपोर्ट पेश करेगी ।
गुरुग्राम विधानसभा के पूर्व विधायक और आम आदमी पार्टी नेता उमेश अग्रवाल ने गुरुग्राम में हुई जनगणना पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया है कि ऐजेंसी द्वारा गुरुग्राम में धांधली की जा रही है । पूरे गुरुग्राम में ऐजेंसी गलत तरीके से आंकड़े पेश कर रही है । इस पर उमेश अग्रवाल ने एक आंकड़ा भी जारी किया है जिसमें आरोप लगाया गया है कि जनगणना में किस प्रकार से धांधली की जा रही है ।
पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों की सहमति से सर्वे करने वाली एजेंसी ने जो आंकड़े तैयार किये हैं उनके मुताबिक बादशाहपुर क्षेत्र के विधायक राकेश दौलताबाद के गांव दौलताबाद में मतदाताओं की संख्या कुल जनसंख्या से भी ज्यादा है । पूर्व विधायक एवं आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता उमेश अग्रवाल ने आरोप लगाया कि निगम की जनगणना में छह बूथ वाले दौलताबाद गांव में मतदाताओं की संख्या 6640 है जबकि जनगणना में इसकी जनसंख्या मात्र 5875 दिखाई गई है। इस हिसाब से विधायक के गांव में जनसंख्या वोटरों की संख्या गांव की कुल आबादी से भी 765 कम है । अग्रवाल ने धांधली के साथ की गई इस जनगणना पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह कैसे संभव हो सकता है कि किसी क्षेत्र की आबादी भी उसके वोटरों की संख्या से कम है । उन्होंने बताया कि यह अकेला उदाहरण नहीं है । कई अन्य कालोनियों में भी जनगणना में इसी प्रकार की धांधली की गई है ।
जिस रिहायशी कॉलोनी बर्फखाना (सिविल लाइन्स) में गुरुग्राम विधायक सुधीर सिंगला रहते हैं वहां भी मतदाताओं के मुकाबले जनसंख्या में भारी घालमेल किया गया है । इस कालोनी के वोटरों की संख्या 1367 के मुकाबले जनसंख्या मात्र 1033 दर्शाई गई है ।
पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल ने बताया कि न्यू पालम विहार फेस-2 में वोटरों की संख्या 2343 है जबकि जनसंख्या 390 दर्शाई गई है जो कि अपने आप में बहुत ही हास्यास्पद है । इसी प्रकार पांच बूथ वाले भीमगढ़खेड़ी फेस एक व तीन में वोटरों की संख्या 5293 है और यहां की जनसंख्या 4674 दर्शाई गई है । उन्होंने बताया कि वार्ड 12 के धनवापुर गांव के वोटरों की संख्या 2560 है जबकि जनसंख्या 2426 दिखाई गई है । वार्ड 16 के विजय पार्क के वोटरों की तादाद 862 है तथा जनसंख्या 632 दिखाई गई है ।
उन्होंने कहा कि शहर का पॉश एरिया कहे जाने वाले सेक्टर 15 पार्ट एक में वोटरों की संख्या 2443 व जनसंख्या 2424 दिखाई गई है । सेक्टर 15 वाले ही वार्ड 19 की एक अन्य कालोनी जलवायु विहार में भी मतदाता 1883 हैं और जनसंख्या 1418 बतायी गई है ।
पूर्व विधायक अग्रवाल ने कहा कि नगर निगम की जनगणना में धांधली के नायाब नमूनों की लिस्ट यहीं नहीं खत्म हो जाती । उन्होंने कहा कि तीन बूथ वाले वार्ड 26 के उप्पल साउथएंड में वोटरों की संख्या 2483 के मुकाबले जनसंख्या 733 का होना धांधली का एक और सबूत है ।उन्होंने कहा कि शहर के सबसे छोटे रिहायशी सेक्टर में शामिल एक बूथ वाले सेक्टर 41 में भी इसी तरह का भारी घालमेल साफ नज़र आता है जिसमें वोटर तो 1463 हैं तथा जनसंख्या मात्र 510 है ।
पूर्व विधायक उमेश अग्रवाल ने आरोप लगाया है कि सर्वे करने वाली कंपनी ने सर्वे की पैसे हड़पने के लिए धरातल पर सर्वे किया ही नही हैं बल्कि अपने दफ्तर में बैठकर बिना दिमाग लगाए ही सर्वे रिपोर्ट तैयार कर दी है । इस मामले में नगर निगम पीआरओ से बात की तो उन्होंने बताया कि नगर निगम का काम केवल सर्वे कराना था जो कराया जा चुका है अब रिपोर्ट एडहॉक कमेटी को भेज दिया गया है अब फाइनल फैसला एडहॉक कमेटी को ही करना है । जब एडहॉक कमेटी के चेयरमैन डीसी निशांत यादव से इस बारे में बात करने की कोशिश की गई तो उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं आया ।