CBI ने बताया – एयरहोस्टेस की मौत का सच, डेंटिस्ट ने किया गाइनिक प्रॉब्लम का इलाज, एक साल बाद केस दर्ज
Gurugram News Network – गुरुग्राम के एक निजी अस्पताल में पिछले साल 24 जून 2021 को इलाज के दौरान हुई एयरहोस्टेस की मौत (Airhostess Death) मामले में सीबीआई ने अपनी FIR में चौंकाने वाला खुलासा किया है । जिसमें कहा गया है कि स्त्री रोग संबंधी समस्या (Gynecological Problem) का इलाज एक डेंटिस्ट (दांतो का डॉक्टर, Dentist ) द्वारा किया गया था । जिस लापरवाही के चलते एयरोहस्टेस रोजी संगमा (Rosy Sangma) की मौत हो गई ।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर मामले में सीबीआई ने जांच शुरू की । जांच के बाद सीबीआई ने अल्फा हेल्थ केयर (Alpha Health Care) के प्रबंध निदेशक (MD) डॉ. अनुज बिश्नोई और दंत चिकित्सक अंजलि अश्क के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है । मृतक रोजी संगमा और उसका भतीजा सैमुअल संगमा नागालैंड के दीमापुर के रहने वाले थे ।
CBI ने शुरू की जांच
न्यूज एजेंसी पीटीआई के अनुसार, सीबीआई ने डॉक्टरों के खिलाफ धारा 304-ए (लापरवाही के तहत मौत) में मामला दर्ज किया है। जांच में पता चला कि मृतक रोजी संगमा के एक रिश्तेदार सैमुअल संगमा का डॉक्टरों और अस्पताल के अन्य कर्मचारियों के साथ 24 जून को विवाद हुआ था, जिसमें उन्हें चिकित्सकीय लापरवाही का अंदेशा था । अगले दिन 25 जून को दिल्ली पुलिस को राजधानी में सैमुअल की मौत की सूचना मिली थी । सैनुअल होटल के एक कमरे में लटका मिला था, जिसकी मौत भी संदिग्ध थी ।
अस्पताल की लापरवाही, डेंटिस्ट ने किया इलाज
सीबीआई ने अपनी प्रारंभिक जांच में कहा कि मृतक रोजी का इलाज एक डेंटिस्ट ने किया था । अस्पताल और डॉक्टरों की घोर लापरवाही के कारण इसका पता चला कि मृतका के प्राइवेट पार्ट से खून बह रहा था । अस्पताल में कोई गायनिक डॉक्टर नहीं थी जिसकी वजह से डेंटिस्ट ने रोजी का इलाज किया जबकि वो डेंटिस्ट था ।
गंभीर हालत में होने के बाद भी अस्पताल के एमडी ने की लापरवाही
जांच में पता चला कि 23 जून 2021 की रात गंभीर रक्तस्राव और दर्द के कारण रोजी को 24 जून की सुबह करीब बजे असपताल में भर्ती कराया गया था। जिसकी देखभाल अश्क कर रही थी। रोजी की गंभीर हालत के बारे में बिश्नोई को पता था, फिर भी उसने डेंटिस्ट अंजलि अश्क को उसका इलाज करने के लिए कह दिया था।
रोजी को डेंटिस्ट ने चढ़ाया कई यूनिट ब्लड
अंजलि को बिल्कुल भी स्त्री रोग संबंधी मामलों का कोई अनुभव नहीं था। दूसरे दिन 24 जून की सुबह 10:45 बजे बिश्नोई ने रोजी के परिजनों से इमरजेंसी की हालत में ब्लड बैंक से ब्लड लाने को कहा था। उसने रोजी को कई यूनिट ब्लड चढ़ाया। वहीं, जबकि मुख्य चिकित्सक बिश्नोई साढ़े चार घंटे बाद आया था।
पुलिस को झूठ बताकर छिपाए साक्ष्य
बिश्नोई ने बिजवासन थाने के एसएचओ पत्र भेजकर बताया कि रोजी की गंभीर हालत में मौत हो गई है। बाद में उसने फिर बताया कि रोजी को जहर दिए जाने या कोई अन्य फाउल प्ले किए जाने की संभावना है। पुलिस को बताया गया कि रोजी को गंभीर हालत में ICU में भर्ती कराया गया था, लेकिन उसने इलाज के दौरान कोई रिस्पॉन्ड नहीं किया। उसने बताया कि रोजी को बेहतर इलाज के लिए दूसरे अस्पताल में रेफर किया जाना था, लेकिन उसने ऐसा बिल्कुल नहीं किया।
सासंद ने गृह मंत्री से की शिकायत
पिछले साल सासंद अगाथा संगमा ने केंद्रीय गृह मंत्री से इसके बारे में शिकायत की। जिसमें परिवार से अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगाया था। इसके बाद मंत्रालय ने रोजी और सैमुअल की रहस्यमयी मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए सीबीआइ जांच का आदेश दिया। गृह मंत्रालय ने आरोप लगाया गया था कि सैमुअल की मौत अस्पताल कर्मियों की फाउल प्ले के कारण हुई थी । अमित शाह को लिखे अपने पत्र में, अगाथा संगमा ने बताया कि रोजी ने एक चिकित्सा स्थिति की शिकायत की थी और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका निधन हो गया । सांसद ने यह भी लिखा कि सैमुअल ने अस्पताल पर चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप लगाया था और अपनी मौसी की मौत की घटनाओं के बारे में शिकायत दर्ज कराई थी।