Alok Sharma: बीजेपी के नेता संविधान के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन कर रहे
हाल ही में पार्टी और उसके नेताओं पर संविधान को लेकर गंभीर सवाल उठाए।
आलोक शर्मा, जो भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के आलोचक हैं, ने हाल ही में पार्टी और उसके नेताओं पर संविधान को लेकर गंभीर सवाल उठाए। उनका कहना है कि बीजेपी के नेता संविधान के मूल सिद्धांतों और उसकी भावना का उल्लंघन कर रहे हैं। उन्होंने विशेष रूप से बीजेपी के प्रमुख नेताओं के बयानों और उनके कार्यों पर निशाना साधा, जो संविधान के अनुच्छेद 370, 35A और समान नागरिक संहिता जैसे संवैधानिक प्रावधानों को बदलने की बात करते हैं। शर्मा ने यह सवाल उठाया कि क्या बीजेपी वास्तव में भारतीय संविधान की रक्षा करने के प्रति प्रतिबद्ध है या फिर उसे अपनी राजनीतिक ताकत बढ़ाने के लिए उसे मनमाने तरीके से बदलने की कोशिश कर रही है।
आलोक शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि बीजेपी संविधान की समानता और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों के खिलाफ काम कर रही है, जो भारतीय लोकतंत्र का आधार हैं। उन्होंने उदाहरण दिया कि कैसे पार्टी अपने राजनीतिक लाभ के लिए धर्म, जाति और भाषा के आधार पर समाज में विभाजन को बढ़ावा देती है। उनका कहना था कि संविधान के तहत सभी नागरिकों को समान अधिकार मिलते हैं, लेकिन बीजेपी की नीतियाँ इन अधिकारों की अनदेखी करती हैं, जिससे समाज में असमानता और भेदभाव बढ़ता है।
आलोक शर्मा ने बीजेपी से यह सवाल भी किया कि जब पार्टी संविधान की सर्वोच्चता को स्वीकार करती है, तो क्यों वह अपनी नीतियों में संविधान के सिद्धांतों का उल्लंघन करती है। इसने बीजेपी की सरकार की संविधान के प्रति प्रतिबद्धता पर एक गंभीर सवाल उठाया है।