हरियाणा कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय यादव ने राज्य में ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) समुदाय के कम प्रतिनिधित्व को लेकर पार्टी के भीतर आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ओबीसी समुदाय को उचित स्थान नहीं मिल रहा है, जबकि राज्य की राजनीतिक और सामाजिक संरचना में ओबीसी का एक महत्वपूर्ण स्थान है। अजय यादव का मानना है कि पार्टी के नेतृत्व में ओबीसी समुदाय को पर्याप्त प्रतिनिधित्व नहीं मिलने से पार्टी के प्रति इस वर्ग का विश्वास कम हो सकता है, जो चुनावों में नुकसान का कारण बन सकता है।
अजय यादव ने पार्टी नेतृत्व से यह मांग की कि ओबीसी समुदाय को पार्टी की निर्णय प्रक्रिया और संगठनात्मक संरचना में अधिक प्रतिनिधित्व दिया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी को अपने संगठन में सुधार करना होगा और विभिन्न वर्गों को संतुलित प्रतिनिधित्व देना चाहिए ताकि हर समाज का एक समग्र रूप से विकास हो सके। यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि ओबीसी समुदाय का कांग्रेस पार्टी से ऐतिहासिक संबंध रहा है, और अगर पार्टी इस वर्ग के मुद्दों को नजरअंदाज करती है, तो उसका दुष्परिणाम आगामी चुनावों में हो सकता है।
हरियाणा की राजनीति में ओबीसी समुदाय का प्रभाव महत्वपूर्ण है, और यह वर्ग राज्य की कुल जनसंख्या का एक बड़ा हिस्सा बनता है। इस समुदाय का समर्थन कांग्रेस के लिए चुनावी जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। हालांकि, हाल के वर्षों में, पार्टी में ओबीसी समुदाय के लिए समुचित प्रतिनिधित्व और सशक्तीकरण की दिशा में कम कदम उठाए गए हैं, जिससे इस वर्ग में असंतोष पैदा हो सकता है।
अजय यादव की टिप्पणी से यह स्पष्ट होता है कि कांग्रेस पार्टी को अपने सामाजिक आधार को मजबूत करने के लिए ओबीसी समुदाय के मुद्दों पर गंभीरता से विचार करना होगा। पार्टी को यह समझने की जरूरत है कि जब तक ओबीसी समुदाय को पार्टी में उचित प्रतिनिधित्व और महत्व नहीं मिलेगा, तब तक कांग्रेस के लिए ओबीसी वोट बैंक को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है। यादव ने यह भी कहा कि कांग्रेस को अपने अंदर समावेशी राजनीति का आदान-प्रदान करना होगा, ताकि हर वर्ग को समान अवसर मिल सके और पार्टी की राजनीतिक ताकत बढ़े।