दुनिया के सामने इन दिनों कई गंभीर संकट खड़े हैं। गाजा और यूक्रेन जैसे युद्ध क्षेत्रों में लोगों की जिंदगी कठिन हो गई है, वहीं चीन ने अपनी परमाणु शक्ति को एक साल में बहुत बढ़ा लिया है, जो पूरी दुनिया के लिए चिंता का विषय बन गया है।
चीन ने पिछले एक साल में अपनी परमाणु क्षमता को काफी बढ़ाया है। इसने कई नई परमाणु मिसाइलों का परीक्षण किया है, और अब यह देशों के बीच शक्ति संतुलन को प्रभावित कर सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि चीन का यह कदम अमेरिका और रूस जैसे देशों के लिए चुनौती बन सकता है। चीन का परमाणु हथियारों का विस्तार उसके सामरिक दृष्टिकोण और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किया गया है।
चीन का परमाणु शस्त्रागार अब पहले से कहीं बड़ा और अधिक उन्नत हो गया है। इसके साथ ही, चीन ने अपने परमाणु हथियारों को आधुनिक बनाने और उनकी संख्या बढ़ाने की दिशा में काम किया है। इससे क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता पर असर पड़ सकता है।
वहीं, गाजा में इजरायल और हमास के बीच संघर्ष जारी है, और वहां पर भी मानवीय संकट बढ़ता जा रहा है। हजारों लोग मारे जा चुके हैं और लाखों लोग अपने घर छोड़कर शरण लेने को मजबूर हो गए हैं। इस संघर्ष में कई देशों की मदद भी चल रही है, लेकिन इसके समाधान में कोई ठोस प्रगति नहीं हो रही है।
यूक्रेन में भी रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। युद्ध के चलते लाखों लोग प्रभावित हुए हैं, और इसका प्रभाव दुनिया भर में देखा जा रहा है। वैश्विक आर्थिक स्थिति पर भी इसका बुरा असर पड़ा है| चीन की बढ़ती परमाणु शक्ति, गाजा और यूक्रेन जैसे संघर्ष क्षेत्रों में चल रहे युद्ध, पूरी दुनिया के लिए गंभीर चिंता का विषय बन चुके हैं।