New Delhi: परिवहन विभाग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया
परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार और भ्रष्टाचार की जांच के लिए कानून की मदद लेंगे।
नई दिल्ली में ऑटो-टैक्सी चालकों के संगठनों ने परिवहन विभाग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है। इन संगठनों का कहना है कि दिल्ली परिवहन विभाग के अधिकारी सार्वजनिक परिवहन से जुड़े विभिन्न मामलों में घूसखोरी और अनुशासनहीनता में लिप्त हैं। आरोपों के मुताबिक, वाहन पंजीकरण, फिटनेस सर्टिफिकेट और ड्राइविंग लाइसेंस जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में रिश्वत की मांग की जाती है, जिससे चालकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, चालकों का यह भी कहना है कि उन्हें बिना किसी वैध कारण के ट्रैफिक चालान थमाए जाते हैं, और कई बार विभागीय अधिकारी अपनी ताकत का गलत इस्तेमाल करते हैं।
ऑटो और टैक्सी चालकों का कहना है कि वे लंबे समय से इन समस्याओं का सामना कर रहे हैं, लेकिन जब भी उन्होंने इस मुद्दे को उठाने की कोशिश की, तो कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। उनका आरोप है कि परिवहन विभाग में बैठे कुछ अधिकारी जानबूझकर इस भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रहे हैं, ताकि वे अपनी स्वार्थपूर्ति कर सकें। इन आरोपों ने दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की पारदर्शिता और नैतिकता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
ऑटो और टैक्सी चालकों के संगठनों ने सरकार और दिल्ली के परिवहन मंत्री से इस मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द ही इस भ्रष्टाचार को खत्म नहीं किया गया, तो वे प्रदर्शन और हड़ताल जैसी कड़ी कार्रवाई करने पर विचार कर सकते हैं। संगठनों का यह भी कहना है कि वे परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार और भ्रष्टाचार की जांच के लिए कानून की मदद लेंगे।
यह मुद्दा दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाता है और यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि यात्रियों और चालकों के लिए एक पारदर्शी और न्यायपूर्ण व्यवस्था उपलब्ध हो।