गुरुग्राम वासियों के लिए खुशखबरी,294 अवैध कॉलोनियों को वैद्य करने की तैयारी
शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने फरवरी माह में नगर निगम गुरुग्राम को 294 अवैध कॉलोनियों की सूची जारी की थी। शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक ने सूची जारी करते हुए निगम की योजनाकार विंग इन कॉलोनियों को नियमित करने के लिए सर्वे करने के निर्देश दिए थे। फरवरी शुरू हुए सर्वे को निगम ने अब अक्तूबर माह के अंतिम सप्ताह में पूरा कर सरकार को रिपोर्ट भेजी है।
Gurugram News Network – दिल्ली से सटे गुरुग्राम में नगर निगम ने शहर की 294 अवैध कॉलोनियों का सर्वे पूरा कर लिया है। निगम ने सर्वे रिपोर्ट सरकार को भेज दी है। अब सरकार की तरफ से कभी भी इन कॉलोनियों को नियमित करने की घोषणा हो सकती है। इन कॉलोनियों में रहने वाले चार लाख से ज्यादा लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिल सकेंगी। आठ माह में निगम ने यह सर्वे पूरा किया है। नियमित होने के बाद निगम की तरफ से इन कॉलोनियों में सीवर, पानी, सड़कें और स्ट्रीट लाइटें जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएगी।
शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने फरवरी माह में नगर निगम गुरुग्राम को 294 अवैध कॉलोनियों की सूची जारी की थी। शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक ने सूची जारी करते हुए निगम की योजनाकार विंग इन कॉलोनियों को नियमित करने के लिए सर्वे करने के निर्देश दिए थे। फरवरी शुरू हुए सर्वे को निगम ने अब अक्तूबर माह के अंतिम सप्ताह में पूरा कर सरकार को रिपोर्ट भेजी है।
नगर निगम के दायरे में नियमित हो चुकी कॉलोनियों के साथ या उनके बीच में कुछ एरिया में डीलरों की ओर से अवैध कॉलोनियों काट दी गई थीं, लेकिन इन कॉलोनियों को नियमित नहीं किया जा सका था। गुरुग्राम की 294 ऐसी छोटी कॉलोनियों को चिन्हित किया गया है। यह वो कॉलोनियां हैं जो निगम के दायरे में नियमित कॉलोनियां बसने के बाद उनके साथ लगती जमीन पर काटी गई हैं। दो एकड़ से लेकर पांच एकड़ जमीन तक की अवैध कॉलोनियां काट गई। इन कॉलोनियों के लोगों को निगम की तरफ से किसी प्रकार की कोई सुविधा नहीं मिल रही थी। अब शहरी स्थानीय निकाय विभाग ने नियमित कॉलोनियों की बीच में इन अवैध कॉलोनियों को भी नियमित करने की योजना बनाई है।
अवैध कॉलोनियों में निगम द्वारा स्थानीय लोगों को सड़क, सीवर, पानी, स्ट्रीट लाइट समेत किसी प्रकार की सुविधा नहीं दी जाती हैं। कॉलोनियां नियमित होने के बाद ही निगम द्वारा इन कॉलोनियों में सभी प्रकार की मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। कॉलोनियों में पक्की गलियां, पानी की लाइन, सीवर की लाइन, पार्क, सामुदायिक भवन जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती हैं। अभी तक इन अवैध कॉलोनियों में लोगों को यह सुविधा नहीं मिल रही थी। जिस कारण इन कॉलोनियों में रहने वाले लोगों को तमाम परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
अवैध कॉलोनियों को नियमित करने के लिए सरकार ने तीन मार्च 2023 में नई गाइड लाइन जारी की थी। अवैध कॉलोनियों को नियमित करने के लिए सरकार ने पॉलिसी को आसान किया था, ताकि ज्यादा से ज्यादा अवैध कॉलोनियों को नियमित किया जा सके। इसमें छह मीटर का रोड होना चाहिए, कॉलोनी किसी भी अधिग्रहण भूमि का भाग नहीं हो, किसी प्लानिंग का हिस्सा नहीं हो, सेक्टर, रोड, ग्रीन बेल्ट भाग नहीं हो और कॉलोनी का क्षेत्र दो एकड़ कम से कम एरिया नहीं होना चाहिए।
मारूति कुंज, श्रीराम कॉलोनी, सरस्वती एंकलेव एक्सटेंशन, अशोक विहार फेस-2, गुड़गांव गांव, वजीराबाद, नाथुपूर, सिकंदरपुर, देवीलाल कॉलोनी एक्सटेंशन, कादिपुर एक्सटेंशन, कृष्णा नगर एक्सटेंशन, विजय विहार एक्सटेंशन, समसपुर एक्सटेंशन, अशोक विहार फेस-1 एक्सटेंशन समेत 294 कॉलोनियों की सूची भेजी है। कुल 397 अवैध कॉलोनियों का निगम की तरफ से सर्वे किया जा चुका है। पहले चरण में 103 कॉलोनियों की सर्वे रिपोर्ट सरकार को भेजी गई थी। इनमें से 20 कॉलोनियों को नियमित किया जा चुका है। अब 294 की सर्वे रिपोर्ट सरकार को भेजी गई है।