राव इंद्रजीत सिंह को मिली तीन मंत्रालय की जिम्मेदारी
रविवार को शपथ लेने के बाद राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में पूर्व की भांति ही मंत्रालय से जुड़े दायित्वों का पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निर्वहन करेंगे। साथ ही अपने संसदीय क्षेत्र गुड़गांव के विकास, समृद्धि और ख़ुशहाली के लिए सदैव संकल्पित एवं निरंतर कार्यरत भी रहूंगा।
Gurugram News Network-नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में लगातार तीसरी बार जगह बनाने वाले सांसद राव इंद्रजीत सिंह को सोमवार तीन मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई।राव इंद्रजीत सिंह दो मंत्रालय पहले वाले ही सौंपे गए हैं,जबकि एक नया मंत्रालय भी दिया गया।
राव इंद्रजीत को इस बार दोबारा से सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ,योजना मंत्रालय और संस्कृति मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है।जबकि पिछले कार्यकाल मे उनको सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय और निगमित मामलों के मंत्रालय की जिम्मेदारी थी।
रविवार को शपथ लेने के बाद राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के कुशल नेतृत्व में पूर्व की भांति ही मंत्रालय से जुड़े दायित्वों का पूरी निष्ठा और ईमानदारी के साथ निर्वहन करेंगे। साथ ही अपने संसदीय क्षेत्र गुड़गांव के विकास, समृद्धि और ख़ुशहाली के लिए सदैव संकल्पित एवं निरंतर कार्यरत भी रहूंगा।
1998 से शुरू हुआ संसद का सफर:
बता दे कि महेंद्रगढ़ लोकसभा पर एकछत्र राज कर रहे उनके पिता राव बिरेंद्र सिंह ने 1998 में उन्हें अपनी जगह लोकसभा का प्रत्याशी बनाया था। राव पहले ही चुनाव में जीत हासिल कर संसाद बने थे। देश की 12वीं लोकसभा के सदस्य बने। यहां से उनका देश की सबसे बड़ी पंचायत में पहुंचने का सिलसिला आरंभ हुआ। हालांकि अगले ही चुनाव यानी साल 1999 के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
साल 2004 के चुनाव में उन्होंने अपने प्रतिद्वंदियों से अपनी हार का बदला चुकता कर लिया। 1998 से 99 तक राव संसद विज्ञान और प्रौद्योगिकी पर्यावरण और वन संबंधी स्थायी समिति के सदस्य भी रहे। 2004 में वह फिर महेंद्रगढ़ से 14वीं लोक सभा के लिए निर्वाचित हुए। मई 2004 में उन्हें केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री बनाया गया। 2006 तक वह इस जिम्मेदारी को निभाते रहे। फरवरी 2006 से 2009 तक राव केंद्रीय रक्षा उत्पादन राज्य मंत्री रहे।