Gurugram News Network – बंधवाड़ी में लगे कचरे के पहाड़ को खत्म करने के लिए नगर निगम ने भले ही पांच एजेंसियों को टेंडर जारी कर दिया, लेकिन यह एजेंसियां भी कार्य करने के नाम पर खानापूर्ति कर रही हैं। रोजाना 16 हजार टन कचरे का निस्तारण करने की बजाय यह पांच एजेंसियां मिलकर 10 हजार टन से भी कम कचरे का निस्तारण कर रही थी। नोटिस देने के बाद भी जब इनकी कार्यशैली में सुधार नहीं आया तो नगर निगम कमिश्नर डॉ नरहरि सिंह बांगड़ ने सख्त कदम उठाते हुए एजेंसियों पर करीब 10 करोड़ 61 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही इन एजेंसियों के बैंक अकाउंट को भी फ्रीज कराते हुए करीब 28 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं।
निगम कमिश्नर डॉ नरहरि सिंह बांगड़ ने बताया कि कचरे का सही निस्तारण न करने पर इन एजेंसियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। आपको बता दें कि बंधवाड़ी प्लांट में बने कूड़े के पहाड़ों के निस्तारण को लेकर एक मामला एनजीटी में विचाराधीन है। निगम ने एनजीटी को एफिडेविट दिया है कि वह जून 2024 में बंधवाड़ी प्लांट में पुराने कचरे का निस्तारण कर देगी।
इसको लेकर पांच एजेंसियों को काम दिया गया है। तीन एजेंसियों के कार्य को बढ़ाने के लिए मुख्यालय को पत्र भेजा हुआ है। निगम ने यह भी दावा किया था कि बंधवाड़ी प्लांट में रोजाना 16 हजार कचरे का रोजाना निस्तारण कर रहे हैं, लेकिन हकीकत में इन एजेंसियों द्वारा 10 हजार टन कचरे का निस्तारण भी नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में निगम अपने लक्ष्य से दूर है।
उन्हाेंने बताया कि प्लांट पर चल रहे कार्य पर नजर रखने के लिए प्लांट में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं जिसके जरिए गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के इंटीग्रेट कमांड कंट्रोल सेंटर से यहां 24 घंटे निगरानी की जा रही है। नगर निगम के चार जेई की ड्यूटी बंधवाड़ी में लगाई गई है। अगर कोई एजेंसी अब कार्य में लापरवाही बरतती है तो उसकी रिपोर्ट जेई द्वारा एसडीओ के माध्यम से स्वच्छ भारत मिशन को दी जाएगी। जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।