गुरुग्राम में बैठकर गुजराती से ठगी करने वाला काबू
प्रतिबिंब' एप्लीकेशन की मदद से गुरुग्राम में रह रहे ठग को गुरुग्राम पुलिस ने पकड़ा, गुजरात पुलिस को दी सूचना, आरोपी के कब्जे से मोबाइल बरामद
Gurugram News Network- गुरुग्राम पुलिस ने एक ऐसे साइबर ठग को काबू करने में सफलता हासिल की है जिसने गुजरात के एक व्यक्ति से ठगी की है। पीड़ित ने अपनी शिकायत गुजरात पुलिस को दी थी। गुरुग्राम पुलिस ने आरोपी को काबू कर उसके कब्जे से एक मोबाइल बरामद किया है। आरोपी को काबू किए जाने की सूचना गुरुग्राम पुलिस ने गुजरात पुलिस को दे दी है। जल्द ही गुजरात पुलिस आरोपी को संबंधित मामले में गिरफ्तार कर लेगी। आरोपी की पहचान मूल रूप से राजस्थान के भरतपुर के रहने वाले बिलाल के रूप में हुई है जो वर्तमान में गुरुग्राम के गांव भांगरौला में रह रहा था।
साइबर थाना मानेसर प्रभारी इंस्पेक्टर संदीप कुमार ने बताया कि मानेसर की पुलिस टीम ने ‘प्रतिबिंब एप्लिकेशन’ की मॉनिटरिंग व पुलिस तकनीक की सहायता से 29 फरवरी आरोपी को काबू करने में सफलता हासिल की है। आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि आरोपी बिलाल अपने एक साथी की मदद से साइबर ठगी की राशि को मनी ट्रांसफर की दुकान वाले दुकानदार को उसके स्कैनर के जरिए अथवा बैंक खाते की डिटेल के जरिए उनके बैंक खाते में उपलब्ध कराता था। जिसके बाद यह रकम मनी ट्रांसफर करने वाले दुकानदार से यह नकद प्राप्त कर लेते थे।
पूछताछ में सामने आया कि आरोपी के अन्य साथी द्वारा गुजरात के रहने वाले एक ई-बाइक-राइडर से एक राइड ऑनलाइन माध्यम से बुक की थी और उसको अपने विश्वास में लेने के लिए खुद को भारतीय सेना का जवान बताया व उसके पास व्हाट्सएप पर सेना के जवान का ID कार्ड भेजा था, फिर उसने (साइबर ठग) ई-बाइक-राइडर्स की सर्विस देने वाले व्यक्ति को प्रलोभन देते हुए कहा कि आर्मी का रूल है कि भारतीय सेना के बैंक खाते में पहले उसे (बाईक राईडर) राईड के चार्ज (200 रुपए) सेना के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर करने होंगे उसके बाद इसको उनके बदले डबल रुपए मिलेंगे।
ई-राईडर द्वारा उसके (ठग) द्वारा बताए गए खाते में 200 रुपए ट्रांसफर कर दिए। रुपए ट्रांसफर करने के बाद वह (आरोपी ठग) इसको (ई-राइडर) भारतीय सेना के खाते में गलत तरीके से रुपए ट्रांसफर करने की बातें कहकर उसको डराने धमकाने लगा और इससे करीब 26 हजार रुपए ट्रांसफर करवाकर ठगी कर ली। जिस बैंक खाते में आरोपी (साइबर ठग/उपरोक्त आरोपी का साथी) ने रुपए ट्रांसफर कराए थे वो बैंक खाता/स्कैनर (मनी ट्रांसफर करने वाले दुकानदार का था) उपरोक्त आरोपी बिलाल द्वारा उपलब्ध कराया गया था और आरोपी बिलाल द्वारा ही ठगी के ट्रांसफर किए गए रुपए मनी ट्रांसफर करने वाले दुकानदार से प्राप्त किए थे।
इस मामले में साइबर थाना मानेसर पुलिस ने मनी ट्रांसफर करने वाले दुकानदार की शिकायत पर बिलाल के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था जिसमें बताया गया था कि बिलाल द्वारा रुपए ट्रांसफर कराए जाने के बाद उसका बैंक खाता सीज हो गया था। बाद में उसे पता लगा कि बिलाल व उसके साथी ने उसके खाते को साइबर ठगी में प्रयोग किया है। इस पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर साइबर ठगी में प्रयोग किया गया मोबाइल बरामद किया है।
पुलिस के मुताबिक, साइबर ठगी की शिकायत साइबर हेल्पलाइन 1930 पर दिए जाने के बाद यह शिकायत प्रतिबिंब ऐप पर रजिस्टर्ड हो जाती है। इसमें पूरे देश में होने वाली साइबर ठगी का डाटा होता है। पिछले 24 घंटे में हुई साइबर ठगी की वारदातों की जांच में जब गुरुग्राम पुलिस ने एक मोबाइल नंबर को गुरुग्राम का पाया तो इसकी जांच करते हुए पुलिस ने आरोपी बिलाल को काबू कर लिया। जांच के दौरान पाया गया कि इस साइबर ठगी में गुरुग्राम का बैंक खाता प्रयाेग किया गया है, लेकिन यह ठगी गुजरात में हुई है। इसकी सूचना गुजरात पुलिस को दे दी है।
आपको बता दें कि प्रतिबिंब एप्लीकेशन एक उच्च कोटि के तकनीकी एप्लीकेशन है जिसमे साइबर ठगों की लाइव लोकेशन मैप पर देखी जा सकती है। प्रतिबिंब पोर्टल को केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत आने वाले इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (आई4सी) ने तैयार किया है और इसकी मदद से किसी इलाके में सक्रिय साइबर अपराधियों की रियल टाइम जानकारी उस क्षेत्र की पुलिस को मिल जाती है।