Gurugram News Network – ठेकेदार से लाखों की उगाही करने वाले तीनों सफाई कर्मचारियों पर अब नगर निगम अधिकारियों ने भी गाज गिरा दी है। इसमें से दो कर्मचारियों की सेवाओं को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है जबकि एक को निलंबित कर दिया गया है।
नगर निगम गुरुग्राम द्वारा जारी आदेशों में कहा गया है कि सफाई कर्मचारी रामसिंह, नरेश कुमार तथा राजेश के खिलाफ सिविल लाइन पुलिस द्वारा 14 नवंबर को ठेकेदार से अवैध रूप से उगाही करने का मामला दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके अलावा तीसरे आरोपी राजेश की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस दबिश दे रही है। अधिकारियों ने कहा कि इन कर्मचारियों के आचरण की वजह से नगर निगम गुरुग्राम की छवि खराब हुई है। इसके चलते सफाई कर्मचारी रामसिंह तथा नरेश कुमार की सेवाएं तुरंत प्रभाव से समाप्त कर दी गई हैं, जबकि तीसरे अन्य सफाई कर्मचारी राजेश को निलंबन आदेश जारी किए गए हैं।
आपको बता दें कि नगर निगम के ठेकेदार ने 14 नवंबर को सिविल लाइन थाना पुलिस को शिकायत देकर कहा था कि नगर निगम सफाई कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारी उनसे रुपयों की मांग कर रहे हैं। वह तीन लाख रुपए उनसे अवैध रूप से वसूल चुके हैं जबकि सवा लाख रुपए की और मांग की जा रही है। इस पर पुलिस ने शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए नरेश मलकट को सवा लाख रुपए लेते हुए 32 माइल स्टोन के पास से गिरफ्तार कर लिया था। पूछताछ के बाद पुलिस ने उसके एक साथी राम सिंह को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामले में एक आरोपी राजेश फरार चल रहा था जिसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस प्रयास कर रही है। वहीं, मामले में अब नगर निगम अधिकारियों ने भी संज्ञान लेते हुए यह कार्रवाई की है।
अधिकारियों ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच के लिए एक कमेटी का गठन भी किया गया है, जिसमें अतिरिक्त निगमायुक्त, संयुक्त आयुक्त (स्वच्छ भारत मिशन), चीफ अकाउंट ऑफिसर तथा विजिलेंस विंग के सलाहकार को शामिल किया गया है।यह कमेटी सफाई कर्मचारियों की बार-बार होने वाली हड़ताल के कारणों, हड़ताल करवाने में किसी ठेकेदार या एजेंसी की संलिप्तता तथा कर्मचारियों को निगम रोल पर नियुक्त करवाने में सफाई यूनियन नेताओं या अन्य निगम कर्मचारियों की भ्रष्टाचार में सलिप्तता आदि की जांच करेगी। इस मामले में अगर कोई व्यक्ति शिकायत देना चाहता है, तो वह संयुक्त आयुक्त(स्वच्छ भारत मिशन) के कार्यालय में दे सकता है।