Gurugram News Network – सीएम फ्लाइंग और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध रूप से चल रही एक लैब का भंडाफोड़ किया है। इस लैब में रिपोर्ट लैब टेक्नीशियन द्वारा तैयार की जा रही थी। लैब में रिपोर्ट तैयार करने के लिए कोई पैथोलॉजी डॉक्टर नहीं था। इस पर टीम ने मौके से रजिस्टर समेत कई मशीने व निडिल समेत अन्य सामान कब्जे में लिया है। पटौदी थाना पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सीएम फ्लाइंग की टीम को सूचना मिली कि पटौदी के गांव नानूकलां में श्री श्याम लैब के नाम से अवैध लैब चल रही है जिसमें मरीजों के खून की जांच के नाम पर खिलवाड़ किया जाता है। इस पर टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान मौके पर अमन जून लैब टेक्नीशियन और हितेश मिले जिन्हें काबू कर पूछताछ की गई। जांच के दौरान सामने आया कि लैब संचालक ने लैब का प्रोविजनल सर्टिफिकेट लिया है। पूछताछ में हितेश ने बताया कि वह 15 हजार रुपए प्रतिमाह पर नौकरी करता है। हितेश के कहने पर वह कई बार रिपोर्ट पर साइन कर देता है।
वहीं, हितेश ने बताया कि वह साढ़े तीन साल से यह लैब चला रहा है। 1500 रुपए महीने पर दुकान किराए पर लेकर वह मरीजों के ब्लड टेस्ट करता था। अब तक वह करीब चार हजार मरीजों की रिपोर्ट तैयार कर चुका है। यहां मरीजों को जांच के लिए लोकरा से डॉक्टर गोविंद, नानूकलां से डॉक्टर गौतम, गांव शेरपुर से डॉ गजेंद्र, नानूकलां से डॉ सुखबीर द्वारा मरीज भेजे जाते थे। इन सभी के भेजे गए मरीजों की अलग-अलग एंट्री की जाती थी। टीम को मौके से कुछ हस्ताक्षरशुदा रिपोर्ट भी मिली हैं। पुलिस ने यहां से कई औजार, मशीने व टयूब, सिरेंज व अन्य सामान बरामद किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।