Gurugram News Network – एक व्यक्ति को जुआ खेलना महंगा पड़ गया। रुपयों को लेकर उसका दोस्त से विवाद हो गया जिसके बाद दोस्त ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसका अपहरण कर लिया। बाद में व्यक्ति के परिवार वालों को फोन 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी। इसकी शिकायत पीड़ित के परिजनों ने पुलिस को दी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बाद में उन्होंने गृह मंत्री को न्याय की गुहार लगाई जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
पूरा घटनाक्रम सेक्टर-14 थाना एरिया का है। पुलिस को दी शिकायत में राम चंद्र ने बताया कि उनके दो बेटे प्रदीप कुमार व रणदीप कुमार सेक्टर-12ए में अंडे का काम करते हैं। दोनों बेटों का दोस्त गोविंदा उर्फ अनिरूद्ध ने उन्हें जुए की लत लगा दी और प्रदीप को जुआ खेलने के लिए अलग-अलग समय में 31 लाख रुपए दिए। प्रदीप ने इस राशि से साढ़े सात लाख रुपए जीते और गोविंदा को दे दिए, लेकिन बाद में प्रदीप यह राशि हार गया। इस पर गोविंदा ने यह रकम वापस मांगी। रुपए वापस लेने के लिए गोविंदा ने राम चंद्र को अपने पास बुलाया। इस दौरान गोविंदा के हथियारबंद दोस्त भी मौजूद थे। जिन्होंने जबरन उनसे चेक साइन करा लिए।
राम चंद्र ने पुलिस को बताया कि बाद में गोविंदा ने उनके बेटे को पकड़ लिया और उसकी किडनी बेचने की बात कही। इस किडनी को दो करोड़ रुपए में एक डॉक्टर से सौदा करने की बात कहते हुए उस पर दबाव बनाया। उन्होंने पुलिस को बताया कि गोविंदा ने एक पेपर पर उनके बेटे से 50 लाख रुपए की देनदारी के बारे में लिखवाते हुए साइन करा लिए। मजबूरन उन्होंने गोविंदा को पेमेंट करनी पड़ी और 20 लाख रुपए अकाउंट में व साढ़े 8 लाख रुपए नकद दे दिए, लेकिन वह और रुपयों की मांग करने लगा।
राम चंद्र ने बताया कि करीब डेढ़ महीने पहले उनका बेटा रणदीप व उसकी पत्नी पूजा ऑटो से जा रहे थे कि गोविंदा ने उन्हें रास्ते में रोक लिया और रणदीप से मारपीट करते हुए उसका अपनी कार में किडनैप कर लिया। उससे रुपयों की मांग की और मारपीट करने के बाद छोड़ दिया। कुछ दिन बाद गोविंदा अपने साथियों के साथ सब्जी मंडी पहुंच गया जहां रणदीप से मारपीट करने के बाद उसका किडनैप कर लिया और अपने साथ ले गए। पहले उन्हें फोन कर 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी, लेकिन बाद में उसे छोड़ दिया। इस पर उन्होंने पुलिस को शिकायत दी, लेकिन पुलिस ने उनकी सुनवाई नहीं की जिस पर उन्होंने गृहमंत्री से न्याय की गुहार लगाई थी।