विधायक की पत्नि ने अपना नामांकन वापिस लिया
गुरुग्राम न्यूज़ नेटवर्क – गुड़गांव विधानसभा से बीजेपी के विधायक उमेश अग्रवाल की पत्नि अनिता लूथरा अग्रवाल ने आज अपना नामांकन वापिस ले लिया है । टिकट काटे जाने के बाद से विधायक उमेश अग्रवाल ने बागी तेवर दिखाने शुरु कर दिए थे और अपनी पत्नि अनिता लूथरा अग्रवाल को निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में नामांकन करा दिया था लेकिन अब विधायक उमेश अग्रवाल के कार्यालय से प्रेस नोट जारी करके जानकारी दी गई है कि अनिता लूथरा अग्रवाल ने अपना नामांक वापिस ले लिया है ।
उमेश अग्रवाल की मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से हुई बातचीत तथा समर्थकों व बिरादरी के प्रमुख लोगों से चर्चा के बाद विधायक उमेश अग्रवाल की पत्नी निर्दलीय उम्मीदवार श्रीमती अनीता लूथरा अग्रवाल ने अपना नामांकन वापस ले लिया।
एक बयान जारी कर विधायक उमेश अग्रवाल ने कहा कि उनके साथ जुड़े भाजपा के सैंकड़ों पदाधिकारी, कार्यकर्ता, विभिन्न आरडब्लूए के अध्यक्ष व हजारों समर्थक चाहते थे कि उनकी धर्मपत्नी श्रीमती अनीता अग्रवाल निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ें। इन समर्थकों का कहना था कि उन्होंने पिछले पांच साल के दौरान गुरुग्राम में जो दर्जनों बड़ी विकास योजनाएं लागू कराईं और लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए चालीस हजार से भी अधिक लोगों को प्रयागराज कुंभ स्नान यात्रा और माता वैष्णों देवी दर्शन यात्रा कराई उससे यहां के निवासी व्यक्तिगत रूप से उनसे जुड़े हुए हैं। इन समर्थकों का स्पष्ट मत रहा कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में श्रीमती अनीता अग्रवाल की जीत तय है। इन समर्थकों का कहना है कि श्रीमती अनीता अगवाल के संयोजन में ऐसे कई सामाजिक धार्मिक कार्यक्रम हुए हैं जिनसे समाज में उनकी अपनी पहचान कायम हुई है।
विधायक उमेश अग्रवाल ने कहा कि भाजपा ने बेशक उन्हें विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया तो भी पार्टी के वरिष्ठ नेता चाहते थे कि उनकी पत्नी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव न लड़ें। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं, सर्मथकों व बिरादरी के गणमान्य लोगों से सलाह मशविरा कर उनकी पत्नी अनीता अग्रवाल भी चुनाव मैदान से हट गईं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से हुई बातचीत तथा समर्थकों व बिरादरी के प्रमुख लोगों से चर्चा के बाद विधायक उमेश अग्रवाल की पत्नी निर्दलीय उम्मीदवार श्रीमती अनीता लूथरा अग्रवाल ने अपना नामांकन वापस ले लिया।
एक बयान जारी कर विधायक उमेश अग्रवाल ने कहा कि उनके साथ जुड़े भाजपा के सैंकड़ों पदाधिकारी, कार्यकर्ता, विभिन्न आरडब्लूए के अध्यक्ष व हजारों समर्थक चाहते थे कि उनकी धर्मपत्नी श्रीमती अनीता अग्रवाल निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ें। इन समर्थकों का कहना था कि उन्होंने पिछले पांच साल के दौरान गुरुग्राम में जो दर्जनों बड़ी विकास योजनाएं लागू कराईं और लोगों की धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए चालीस हजार से भी अधिक लोगों को प्रयागराज कुंभ स्नान यात्रा और माता वैष्णों देवी दर्शन यात्रा कराई उससे यहां के निवासी व्यक्तिगत रूप से उनसे जुड़े हुए हैं। इन समर्थकों का स्पष्ट मत रहा कि निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में श्रीमती अनीता अग्रवाल की जीत तय है। इन समर्थकों का कहना है कि श्रीमती अनीता अगवाल के संयोजन में ऐसे कई सामाजिक धार्मिक कार्यक्रम हुए हैं जिनसे समाज में उनकी अपनी पहचान कायम हुई है।
विधायक उमेश अग्रवाल ने कहा कि भाजपा ने बेशक उन्हें विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाया तो भी पार्टी के वरिष्ठ नेता चाहते थे कि उनकी पत्नी निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में भाजपा उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव न लड़ें। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं, सर्मथकों व बिरादरी के गणमान्य लोगों से सलाह मशविरा कर उनकी पत्नी अनीता अग्रवाल भी चुनाव मैदान से हट गईं।