Gurugram News Network – बंधवाड़ी में लगे कूड़े के पहाड़ को समाप्त करने के लिए नगर निगम की योजना अब सिरे चढ़ने लगी है। दो महीने बाद इस योजना को धरातल पर पूरी तरह से लागू करते हुए कूड़े के निस्तारण की कवायद तेज कर दी जाएगी। लीगेसी वेस्ट प्रोसेसिंग की क्षमता दो महीने में तीन गुना तक कर दी जाएगी। इसके लिए नगर निगम व अन्य विभागों की मदद से कवायद शुरू कर दी गई है। 15 दिनों में लीगेसी वेस्ट प्रोसेसिंग की क्षमता डेढ़ गुना कर दी जाएगी। सोमवार को ठोस कचरा प्रबंधन के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी. राघवेंद्र राव की अध्यक्षता में गठित कमेटी की 7वीं बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में लीगेसी वेस्ट निस्तारण, फ्रेश वेस्ट निस्तारण, लीचेट मैनेजमेंट तथा वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट स्थापित करने के बारे में विस्तार से चर्चा की गई तथा संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में लीगेसी वेस्ट प्रोसेसिंग की क्षमता बढ़ाने के बारे में नगर निगम गुरुग्राम के आयुक्त पीसी मीणा ने चेयरमैन को बताया कि फिलहाल 5500 टन प्रतिदिन की क्षमता से लीगेसी वेस्ट का निस्तारण किया जा रहा है, जिसे 15 फरवरी तक 7500 टन कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि चार नई एजेंसियों को लगाने के लिए प्लांट पर जमीन चिन्हित कर ली गई है तथा 31 मार्च तक लीगेसी वेस्ट प्रोसेसिंग की क्षमता 15000 टन प्रतिदिन की हो जाएगी। इसके अलावा, दो अन्य एजेंसियों के लिए भी टेंडर आमंत्रित किए जा रहे हैं। इस प्रकार अप्रैल माह के अंत तक लीगेसी वेस्ट प्रोसेसिंग की क्षमता 20000 टन प्रतिदिन की हो जाएगी। यहां यह भी बताया गया कि बंधवाड़ी में पड़े लीगेसी वेस्ट को सितम्बर माह के अंत तक प्रोसेस करने का लक्ष्य रखा गया है।
प्रतिदिन आने उत्पन्न होने वाले कचरे के निस्तारण के बारे में बैठक में बताया गया कि नगर निगम क्षेत्र के बेरीवाला बाग, बादशाहपुर, सेक्टर-44 तथा दरबारीपुर सहित विभिन्न बल्क वेस्ट जनरेटरों द्वारा प्रतिदिन 300 टन फ्रेश कचरे का साथ-साथ निस्तारण किया जा रहा है। नगर निगम द्वारा इस क्षमता को भी बढ़ाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है तथा मार्च माह के अंत तक यह 400 टन प्रतिदिन हो जाएगी। यहां कमेटी के चेयरमैन पी. राघवेन्द्र राव ने फरीदाबाद नगर निगम के अधिकारियों से कहा गया कि उनके यहां बल्क वेस्ट जनरेटरों तथा डी-सेंट्रलाइज्ड माध्यम से कितना कचरा प्रोसेस हो रहा है तथा 31 मार्च तक क्या लक्ष्य है, इसकी एक रिपोर्ट एक सप्ताह में तैयार करके भेजें। उन्होंने कहा कि नगर निगम की तर्ज पर नगर निगम फरीदाबाद व मानेसर भी बल्क वेस्ट जनरेटरों को ठोस कचरा प्रबंधन नियमों की पालना सुनिश्चित करवाएं। यहां यह भी सुझाव दिया गया कि चंडीगढ़ की तर्ज पर उन बल्क वेस्ट जनरेटरों के यहां रैड बोर्ड लगा सकते हैं, जो ठोस कचरा प्रबंधन नियमों की पालना नहीं कर रहे हैं। बैठक में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल ने बालोला साईट पर काम शुरू करने का सुझाव दिया तथा इसके लिए आवश्यक क्लीयरेंस लेने को कहा।
लीचेट मैनेजमेंट के बारे में बैठक में बताया गया कि बंधवाड़ी प्लांट में 2 डीटीआरओ तथा एक लीचेट ट्रीटमेंट प्लांट के माध्यम से प्रतिदिन 500 केएलडी लीचेट का ट्रीटमेंट किया जा रहा है। इसके अलावा, जीएमडीए के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट पर भी 500 केएलडी लीचेट का ट्रीटमेंट किया जा रहा है। बंधवाड़ी प्लांट में लगभग 13000 केएलडी लीगेसी लीचेट है, जिसे 31 मार्च तक ट्रीट कर लिया जाएगा। नगर निगम की योजना है कि 2 अन्य सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में 200-200 केएलडी क्षमता के डीटीआरओ लगाए जाएं।
बैठक में वेस्ट-टू-एनर्जी प्लांट की स्थापना के बारे में बताया गया कि 31 मार्च तक चारदीवारी व पोंड फिल करने के साथ ही प्लांट निर्माण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यहां पर कहा गया कि कमेटी 20 मार्च के बाद प्लांट का दौरा करेगी। इसके अलावा, 31 मार्च तक फायर प्लान को एग्जीक्यूट करने के निर्देश भी बैठक में दिए गए।