Gurugram News Network – नजफगढ़ ड्रेन से लगती जमीनों पर भी अब फसल लहराएगी। ड्रेन के साथ बनी सोसाइटियों में भी लोग अपने वाहनों को खड़ा कर सकेंगे। इसके साथ ही बरसात के दिनों में गांव धर्मपुर, माकडौला सहित ड्रेन के आसपास लगने वाले गांवों के लोगों को पलायन नहीं करना होगा। ड्रेन के कारण जलमग्न हो चुकी जमीन को बचाने की कवायद अब शुरू हो गई है। धर्मपुर के पास इस कार्य का शुभारंभ किया गया।
दरअसल, नजफगढ़ ड्रेन के कारण गांव धर्मपुर, माकडौला, दौलताबाद सहित आसपास के गांवों की करीब 5600 एकड़ जमीन जलमग्न हो गई थी। इन गांवों के आसपास सोसाइटियां तो बस गई, लेकिन भूजल स्तर काफी उंचा होने के कारण सोसाइटी के बेसमेंट में पानी भरा रहता था। इसके कारण सोसाइटी निवासियों को बेसमेंट में गाड़ी पार्किंग का स्थान तो उपलब्ध नहीं हो पा रहा था वहीं, साेसाइटियों की हालत भी जर्जर हो रही थी जिसके कारण अप्रिय घटना होने का डर हर समय बना रहता था।
कई दशकों से चली आ रही समस्या के समाधान के लिए प्रशासन और जीएमडीए की तरफ से प्रयास किए जा रहे थे। ड्रेन के पानी को गांव में जाने से रोकने के लिए योजना तैयार की गई और इसे धरातल पर लागू कर दिया गया। अधिकारियों की मानें तो करीब 700 करोड़ रुपए के इस प्रोजेक्ट के लिए 250 से भी ज्यादा ठेकेदारों ने आवेदन किया, लेकिन इसमें दो ठेकेदार ही ऐसे मिले जो इस कार्य के लिए सभी नियमों को पूरा करते थे।
नियमानुसार इस कार्य को अलॉट कर दिया गया है। अधिकारियों का कहना है कि इस कार्य को पूरा करने में करीब दो वर्ष का समय लग जाएगा जिसके 5600 एकड़ जमीन जलमग्न नहीं होगी और ग्रामीण अपनी जमीन पर फसल की पैदावार भी कर सकेंगे।