Gurugram News Network – पटौदी इलाके के जनौला गांव को नगर परिषद में शामिल करने के विरोध में ग्रामीण अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि प्रशासन को आपत्ति दर्ज कराने के बाद भी गांव को नगर परिषद में शामिल किया है।
आपको बता दें कि पटौदी नगर परिषद में 10 गांव शामिल किए गए हैं, जिसमें जनौला गांव भी शामिल है लेकिन नरेंद्र, अशोक, अजय, कुलदीप मानित समेत अन्य ग्रामीणों का आरोप है कि नगर परिषद में शामिल होने के बाद गांव के विकास कार्यों में काफी अड़चनें आएंगी। यही नहीं ग्रामीणों को पटौदी जाने में भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। पटौदी से दूर होने के कारण ग्रामीणों ने इसे नगर परिषद में शामिल न किए जाने की मांग की थी। अपने कार्य कराने और क्षेत्र के विकास के लिए अधिकारियों तक ग्रामीणों की पहुंच कम हो जाएगी।
ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि इस पूरे मामले को लेकर जिला प्रशासन को ग्रामीणों ने आपत्ति भी दर्ज कराई गई थी, लेकिन इसके बावजूद भी गांव को नगर परिषद में शामिल किया गया। एसडीएम को ज्ञापन सौंपने के बाद भी इस पूरे मामले पर कोई सुनवाई नहीं हुई जिसके बाद अब ग्रामीणों ने गांव के बाहर ही अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर ग्रामीण बैठ गए हैं।
ग्रामीणों ने साफ कर दिया है जब तक उनके गांव को नगर परिषद से बाहर नहीं किया जाता और उनकी मांगे नहीं मानी जाती हो तब तक वह अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे। इन्होंने विधायक पर भी सवाल उठाया है कि विधायक के सामने समस्या को रखा गया लेकिन उसके बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई।