Gurugram News Network – गांव राठीवास के हाई स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर बुधवार को ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। ग्रामीणों ने हाइवे जाम करने के लिए कूंच कर लिया, लेकिन बीच रास्ते में ही बिलासपुर थाना पुलिस ने ग्रामीणों को रोक लिया। ग्रामीणों का गुस्सा सातवें आसमान पर था जिसके कारण वह नहीं रुके और हाइवे किनारे तक पहुंच गए। यहां भारी पुलिसबल ने ग्रामीणों को रोका और जिला प्रशासन को इसकी सूचना दी। ग्रामीणों का कहना है कि एक महीने से स्कूल में शिक्षक नहीं है और छात्रों के पेपर अगले सप्ताह से हैं। खंड शिक्षा अधिकारी को कई बार शिकायत की गई है, लेकिन हर बार उन्हें झूठा आश्वासन दे दिया जाता है जिसके कारण लोगों में रोष है। सूचना मिलते ही एसडीएम गुरुग्राम मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को शांत कराकर बृहस्पतिवार सुबह तक स्कूल में शिक्षक भेजे जाने का आश्वासन दिया।
स्कूल प्रबंधन कमेटी के सदस्य महेंद्र समेत पूजा व अन्य ने बताया कि गांव में केवल लड़कियों के लिए हाई स्कूल है। इसे अपग्रेड करने व कोएड करने की मांग की जा रही है। इसके साथ ही एक महीने पहले शिक्षकों का ट्रांसफर कर दिया गया। अब स्कूल में केवल दो ही शिक्षक हैं। पूरा दिन स्कूल में छात्राएं खाली बैठी रहती हैं। ग्रामीणों ने पहले भी तीन बार खंड शिक्षा अधिकारी को इस बारे में शिकायत देते हुए शिक्षकों को भेजे जाने की मांग की थी, लेकिन खंड शिक्षा अधिकारी हर बार उन्हें झूठा आश्वासन देकर निकल जाते हैं। इससे गुस्साए ग्रामीणों ने स्कूल को ताला भी जड़ दिया था।
बुधवार को शिक्षक गुस्से में आ गए और गांव में पंचायत करने के बाद छात्राओं को लेकर हाइवे की तरफ कूंच कर गए। इसकी सूचना मिलते ही बिलासपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और बीच रास्ते में ही ग्रामीणों को रोककर प्रशासन को गांव में बुलाने की बात कही, लेकिन ग्रामीणों ने एक न सुनी और हाइवे की तरफ बढ़ते चले गए। पुलिस ने बेरिकेड लगाकर हाइवे पर पहुंचने से करीब 50 मीटर पहले ही ग्रामीणों को रोक लिया। यहां पुलिस और ग्रामीणों के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई। सूचना मिलते ही एसडीएम मौके पर पहुंचे और उनके आश्वासन के बाद ग्रामीण वापस लौट गए। ग्रामीणों का कहना है कि बृहस्पतिवार सुबह यदि स्कूल में शिक्षक नहीं पहुंचे तो वह दोबारा हाइवे की तरफ बढ़ जाएंगे और जाम लगा देंगे।