Share market और Cryptocurrency में निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले दो फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़
Gurugram News Network- Share market और Cryptocurrency में निवेश करने व दोगुना मुनाफा कमाने का झांसा देकर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले दो कॉल सेंटर का गुरुग्राम पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने मामले में कुल 27 लोगों को गिरफ्तार किया है जिसमें तीन युवतियां व दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं। इन दोनों कॉल सेंटर में एक ही समानता थी कि यह फेसबुक के जरिए लोगों को निवेश के लिए पॉपअप भेजते थे और उन्हें राशि जल्द ही दोगुनी करने की बात कहकर रुपए ट्रांसफर करा लेते थे और कुछ भी नहीं देते थे।
एसीपी साइबर प्रियांशू दीवान ने बताया कि उन्हें दो अलग-अलग शिकायतें मिलने के बाद कार्रवाई की गई है। पहली शिकायत में एक व्यक्ति ने अपने साथ निवेश के नाम पर 51 हजार रुपए की ठगी किए जाने की शिकायत दी थी। जांच के दौरान उन्हें पता लगा कि यह ठगी उद्योग विहार क्षेत्र से हुई है। इस दौरान जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो पाया कि एक फर्जी कॉल सेंटर चल रहा है। इसमें 3 युवतियों समेत 14 लोगों को काबू किया गया।आरोपियों की पहचान हरपाल सिंह सलूजा, दीपक कुमार तिवारी, संजय रतूड़ी, उपदेश कुमार, रोहित चागिल, मोहित अहलावत, प्रवीण ठाकुर, निखिल जोशी, अमरदीप अटवाल, सुनील दत्त ध्यानी, अरविंद कुमार, मनीषा, योगिता तथा प्रीति के रूप में हुई। आरोपियों के कब्जे से 4 लैपटॉप व 6 मोबाईल फोन बरामद किए गए है।
वहीं दूसरे मामले में एक व्यक्ति ने शेयर बाजार के नाम पर 1 करोड़ 60 लाख रुपए की ठगी होने की शिकायत दी थी। जिस पर जांच करते हुए फर्जी कॉल सेंटर पर रेड की गई जिसमें 2 विदेशी नागरिकों समेत 13 लोग गिरफ्तार किए गए। आरोपियों की पहचान कॉन्स्टेंटिन फिलिप्स (लतीवा के नागरिक), अल्बर्ट सारिबेक्यान उर्फ पीटर (उज्बेकिस्तान के नागरिक), गौरव वर्मा उर्फ प्रशांत गोयल, मेलबिन मेजन उर्फ रेयान मैथ्यू, राकेश एस नायर उर्फ कैमरून विल्सन, एविन मैथ्यू उर्फ एडम जॉन उर्फ़ एडम मार्कस, रोहिंथ हरि चक्रवर्ती उर्फ राजकुमार, दीपांशु वर्मा उर्फ दीपक मल्होत्रा, अमन ग्रोवर उर्फ दुष्यंत सिंघानिया, तेजिंदर सिंह उर्फ तेजिंदर ग्रेवाल, नीरज उर्फ NICKU टंडन, चाहत अग्रवाल उर्फ आर्यन कश्यप व दिलशाद खान उर्फ समैरा अली के रूप में हुई।पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह करीब 3 हजार लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं। दोनों विदेशी नागरिक का जल्द ही वीजा समाप्त होने वाला है और वह स्वदेश लौटने की तैयारी में थे कि पुलिस के हत्थे चढ़ गए। दोनों विदेशियों द्वारा पहले दूसरे देशाें में भी इस तरह का फर्जी कॉल सेंटर चलाया जा रहा था।
आरोपियों ने बताया कि यह लोगों को फर्जी ट्रेडिंग वेबसाइट Lexa Trade and Grow Line के द्वारा Stock Market, Cryptocurrency and International Share Market निवेश कराने के लिए फेसबुक, इंस्टाग्राम और सोशल नेटवर्किंग साइट्स पर विज्ञापन दिखाकर धोखाधडी करते है। उपरोक्त वेबसाइट पर पीड़ित के वर्चुअल अकाउंट बनाए जाते थे तथा पीड़ितों को उन अकाउंट में पैसा निवेश करने के लिए प्रेरित किया जाता था। एक बार पीडित अपना पैसा ट्रेडिंग में निवेश कर देता तो प्रारम्भ में उस पैसे को थोडे लाभ के साथ पीडित को वापिस कर देते थे ताकि पीड़ित को विश्वास हो जाए कि उसके द्वारा किये गए निवेश में लाभ हुआ है। बाद में पीड़ित को ज्यादा पैसा निवेश कराने के लिए बताया जाता तथा एक बार पीडित ज्यादा पैसा निवेश कर देता तो उसके बाद उसे कोई पैसा वापस नही दिया जाता। पीड़ित से बातचीत करना बंद कर देते तथा उनके नंबरों को ब्लॉक कर देते थे।