चीन के जालसाजों को Bank Account और Currency मुहैया करवाने वाले गिरफ्तार
पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों की पहचान अनिल साहू उर्फ अनिल निवासी एरिस्टो एनक्लेव बेडला जिला उदयपुर (राजस्थान) व प्रदीप सिंह निवासी गांव टांकड़ी जिला रेवाड़ी हाल निवासी कसरगढ़ जिला जयपुर (राजस्थान) के रुप मे हुई।
Gurugram News Network-चीन के जालसाजों को बैंक खाता मुहैया करवाने और अमेरिकी डॉलर को भारतीय Currency में बदलकर उपलब्ध करवाने दो शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 05 मोबाइल फोन,07 सिम कार्ड,16 चेक बुक और 10 एटीएम कार्ड बरामद कर जांच शुरू कर दी है। रिमांड के दौरान आरोपियों से पूछताछ करेगी।
एसीपी प्रियांशु दीवान ने बताया कि सीएम फ्लाईंग ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए सेक्टर-46 में बने होटल से निवेश के नाम पर ठगी करने वाले चीन के ठगों को यूएस डॉलर को भारतीय करेंसी में बदलकर उपलब्ध कराते है। चाइनीज ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराने वाले 02 आरोपियों को काबू किया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों की पहचान अनिल साहू उर्फ अनिल निवासी एरिस्टो एनक्लेव बेडला जिला उदयपुर (राजस्थान) व प्रदीप सिंह निवासी गांव टांकड़ी जिला रेवाड़ी हाल निवासी कसरगढ़ जिला जयपुर (राजस्थान) के रुप मे हुई। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आगामी कार्यवाही करते हुए थाना साईबर अपराध पूर्व, गुरुग्राम में धारा 318(4), 3(5) BNS के तहत नियमानुसार अभियोग अंकित करके आरोपियों को अभियोग में नियमानुसार गिरफ्तार किया गया।
एसीपी साइबर प्रियांशु दीवान ने बताया कि आरोपियों से पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि दोनों आरोपी मिलकर भारत व विदेश के लोगों के साथ अलग-अलग कंपनियों के नाम पर ऑनलाइन इनवेस्टमेंट करवाने के नाम पर ठगी का रैकेट चलाने वाले चाइनीज लोगों से ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर उनसे USDT अपने पास ट्रांसफर करवाकर उस USDT को भारतीय रुपयों में Convert करवाकर उस राशि का अपना कमीशन रख कर ठगी करने वाले लोगों को देते हैं। जिसके लिए अलग-अलग लोगों से बैंक खाते कमीशन पर लेकर इनके एक अन्य साथी के माध्यम से बैंक खाता की किट (चैक बुक, एटीएम, नेटबैंकिंग पासवर्ड आदि) आगे चाइनीज ठगों को भिजवाते हैं।
बैंक खातों को आगे ठगों तक भिजवाने के लिए इनके अन्य साथी ने इनको एक चाइनीज Telegram ग्रुप में जोड़ा हुआ है जिस ग्रुप में ये इन बैंक खातों की पूरी डिटेल (नेटबैंकिंग आईडी,पासवर्ड,रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर) भेजते हैं। इस काम के बदले में ये लोग अच्छा पैसा कमीशन के तौर पर लेते हैं