फ्लैट के नाम पर बिल्डरों ने गुरुग्राम में बेचे मौत के सपने
Gurugram News Network- गुरुग्राम में बिल्डरों ने गगनचुंबी इमारतों के नाम पर लोगों को मौत के सपने बेच दिए। जिले में बिल्डरों की सोसाइटियां बनने के बाद से ही विवादों में आ गई। कुछ ही समय में प्लास्टर गिरने व मेंटेनेंस न कराने के कारण ज्यादातर सोसाइटियों की हालत जर्जर हो गई है। इसकी शिकायत जिला प्रशासन से DTP कार्यालय तक पहुंच गई है, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
यूनाइटेड एसोसिएशन ऑफ़ न्यू गुरुग्राम के प्रधान प्रवीण मलिक ने बताया कि जिले की ज्यादातर सोसाइटियों की हालत जर्जर हो गई है। रहेजा अथर्वा, रहेजा वेदांता, चिंटल पैराडिसो, रहेजा नवोदया, एनबीसीसी ग्रीन, एटीएस कुकून, लुम्बिनी ब्रिस्क, कैलोजियम, मैप्सको कांसाबेला, ऑरिस समेत अन्य कई सोसाइटियां हैं जिनमें छत का प्लास्टर गिरना, बेसमेंट में पानी भरने समेत अन्य कई खामियां हैं जिनके कारण बिल्डिंग के गिरने का खतरा बना हुआ है। मेंटेनेंस के नाम पर सोसाइटी निवासियों से मोटी रकम ली जाती है, लेकिन इस फंड को किस पर खर्च किया जाता है, इसका बिल्डर के पास कोई जवाब नहीं है।
सोसाइटी की हालत को देखते हुए कई बार बिल्डर, प्रशासनिक अधिकारियों से गुहार भी लगाई गई, लेकिन शिकायतों की कॉपी को फाइलों में ही दबा दिया गया। चिंटल पैराडिसो सोसाइटी में यह कोई पहला हादसा नहीं है बल्कि इससे पहले एफ टावर में भी एक छत का लेंटर गिरने की घटना हुई थी, लेकिन मामले को बिल्डर ने अपनी उंची पहुंच के कारण दबा दिया था।
उन्होंने बताया कि ज्यादातर शिकायतों पर DTP कार्यालय की ओर से आज तक एक्शन नहीं लिया गया है। भले की कुछ सोसाइटियों में मौके का मुआयना किया गया हो, लेकिन आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। यदि अधिकारी पहले ही कोई कार्रवाई कर देते तो चिंटल पैराडिसो सोसाइटी में हुई घटना टल जाती। इस तरह की घटना ने न केवल बिल्डर द्वारा तैयार की गई सोसाइटियों की गुणवत्ता पर सवालियां निशान खड़ा किया है बल्कि उन प्रशासनिक अधिकारियों पर भी सवाल खड़ा कर दिया है जिन्होंने जांच के बाद सोसाइटियों को ओसी जारी की है।