विभागों में उलझ गई नए गुरुग्राम की मूलभूत सुविधाएं
Gurugram news Network- नए गुरुग्राम ( सेक्टर-58 से 115) को दी जाने वाली मूलभूत सुविधाएं दो विभागों के बीच अटक गई हैं। इसका खामियाजा लोगों को परेशान होकर भुगतना पड़ रहा है। सुविधाएं देने में फिलहाल 173 अड़चने हैं। इसमें से ज्यादातर अडचनें हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) से संबंधित हैं। जमीन अधिग्रहण के बावजूद भी कई लोगों को मुआवजा नहीं मिला है। वहीं, कुछ मामले अदालत में विचाराधीन हैं। इन विवादों को सुलझाने में अधिकारियों को समय लग रहा है।
दरअसल, गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) के गठन से पहले नए गुरुग्राम के विकास का जिम्मा HSVP के पास था। पानी, सडक, सीवर समेत ड्रेन को HSVP द्वारा विकसित किया जाना था। GMDA के गठन के बाद इन सभी को देने का जिम्मा GMDA के पास आ गया। इन अड़चनों के कारण कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है। अधिकारियों के मुताबिक, यह सभी कार्य GMDA के अधीन आने के दौरान कुल 221 अड़चन थी। इसमें से 173 को सुलझाना शेष है।
अधिकारियों ने बताया कि सर्वे के दौरान पाया गया कि सेक्टर-85 से 115 के बीच सड़क के लिए गांव की जमीन का अधिग्रहण HSVP ने किया था। वर्षों बीतने के बाद भी इन जमीन मालिकों को मुआवजा नहीं मिला, जिसके कारण यह कब्जा नहीं छोड़ रहे। करीब 300 करोड़ रुपए का मुआवजा HSVP पर बकाया है। इसके अलावा कई स्थानों पर मामला अदालत में विचाराधीन है, जिसके कारण नए गुरुग्राम वासियों को मूलभूत सुविधाएं मिलने में परेशानी हो रही है।
वहीं, हाल ही में हुई GMDA की बैठक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने इन समस्याओं को सुलझाते हुए जल्द ही नए गुरुग्राम को मूलभूत सुविधाएं देने को कहा है। इस बारे में GMDA के CEO सुधीर राजपाल का कहना है कि अब तक 48 अड़चनें दूर की जा चुकी हैं। शेष अड़चनों को भी जल्द दूर कर लिया जाएगा।