एक साल पहले भर्ती किए कोरोना वॉरियर्स को दिखाया बाहर का रास्ता
Gurugram News Network- स्वास्थ्य विभाग में एक साल पहले भर्ती किए गए कोरोना वॉरियर्स को अधिकारियों ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है। गुस्साए वॉरियर्स ने सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के जिला सचिव विजय कुमार बाली ने बताया कि कोरोना महामारी के दौरान जब हर कोई कोरोना महामारी की चपेट में आकर अपनी जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे थे उस वक्त कोरोना वॉरियर्स ने उन लोगों की सेवा की।
सरकार ने कोरोना महामारी से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग के गुरुग्राम जिले में करीब 160 कोरोना वॉरियर्स को भर्ती किया। इन्हें लैब तकनीशियन, स्टाफ नर्स, डाटा एंट्री ऑपरेटर समेत क्लास फोर कर्मचारी थे। उन्हें कॉन्ट्रेक्ट पर लगाया गया था।
सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर धरने पर बैठे मोनू जाटान, विकास सेन, नितेश, सचिन, रवि, सोनू, रोहित पांचाल समेत अन्य ने बताया कि अभी कोरोना महामारी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुई है। हालांकि इसकी रफ़्तार में कमी आई है। अचानक ही विभाग के अधिकारियों ने इन 160 कोरोना वॉरियर्स को नौकरी से निकाल दिया है।
उन्होंने बताया कि वह लगातार प्रयास कर रहे हैं कि जिन कोरोना वॉरियर्स ने मुश्किल के दौर में लोगों की सेवा की है उन्हें नौकरी से न निकाला जाए, लेकिन उनकी इस मांग को कोई सुनने को तैयार नहीं है। इससे गुस्साए कोरोना वॉरियर्स सिविल सर्जन कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने सिविल सर्जन के माध्यम से प्रदेश सरकार, स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन भेजा है। वहीं इस मामले में जब सिविल सर्जन डॉ वीरेंद्र यादव को फोन किया गया तो उन्होंने फ़ोन नहीं उठाया।