किराएदार के भरोसे घर छोड़ने वाले सावधान
Gurugram News Network –यदि आप भी अपने मकान को किराए पर देकर निश्चिंत हो जाते हो तो सावधान हो जाओ। ऐसा न हो कि किराएदार ही आपके मकान के फर्जी दस्तावेज तैयार करे और उसे अपने नाम करा ले। ऐसा ही एक मामला डीएलएफ फेज-२ एरिया में सामने आया है।
उत्तराखंड निवासी अनिल कुमार ने बताया कि उसने ऑकवुड इस्टेट डीएलएफ पार्ट-२ में एक ईडब्ल्यूएस फ्लैट साल 2000 में बुक कराया था जो उसे 2001 में मिल गया। इसकी रजिस्ट्री साल 2004 में हुई थी। इस फ्लैट को उसने क्षेत्र के निवासी गोविंद को किराए पर दे दिया था। गोविंद अपनी पत्नी दीपा के साथ इस फ्लैट में रहने लगा था। इसके बाद वह साल 2007 में उत्तराखंड चला गया। उसे साल 2015 में सूचना मिली कि गोविंद की मौत हो गई।
अनिल ने पुलिस को बताया कि उसे रुपयों की जरूरत थी। ऐसे में उसने यह फ्लैट बेचने का निर्णय लिया। इस पर उसने दीपा को फ्लैट खाली करने के लिए कहा। दीपा ने उससे तीन महीने का समय मांगा। इस पर अनिल ने उसे समय देते हुए इस फ्लैट का सौदा सिविल लाइन निवासी अक्षय गुप्ता से कर दिया। आरोप है कि जब तीन महीने बाद उसने दीपा को फ्लैट खाली करने के लिए कहा तो दीपा ने साफ इंकार कर दिया और कहा कि यह फ्लैट उसके पति ने खरीद लिया था। तहसील से पता किया तो पाया कि यह फ्लैट दीपा ने अब अपने नाम करा लिया है। इस पर उसने पुलिस को शिकायत दी। पुलिस ने जांच के उपरांत केस दर्ज कर लिया है।