गुरुग्राम का जलभराव प्रशासन के लिए बना “मिशन”
Gurugram News Network- मानसून के दौरान गुरुग्राम में होने वाले जलभराव को रोकना जिला प्रशासन के लिए “मिशन” बन गया है। जिले में जलभराव के प्रमुख 30 स्थानों का GMDA, नगर निगम, NHAI समेत अन्य विभागों के अधिकारियों ने जायजा लिया। अधिकारियों ने गुरुग्राम में जलभराव होने से रोकने की तैयारियां एक “मिशन” के तौर पर करने की योजना बनाई है। अधिकारियों के मुताबिक, जब तक स्थाई रूप से व्यवस्था नहीं हो जाती तब तक पानी निकासी की व्यवस्था मिशन के तौर पर करनी होगी।
हाल ही में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण(GMDA) के अधिकारियों ने विभिन्न विभागों के प्रमुख के साथ बैठक की। अधिकारियों ने बताया कि शहर में नरसिंहपुर, हीरो होंडा चौक, मिनी सचिवालय, गोल्फ कोर्स रोड, शीतला माता रोड, उमंग भारद्वाज चौक समेत 30 स्थान ऐसे हैं जहां मानसून में जलभराव की समस्या उत्पन्न होती है। जलभराव की समस्या को दूर करने के लिए कार्य शुरू कर दिए गए हैं। जब तक यह कार्य पूरे होंगे तब तक यहां पानी निकासी की अस्थाई व्यवस्था की जाएगी।
अधिकारियों के मुताबिक, नरसिंहपुर में जलभराव काफी बड़ा मुद्दा रहा है। यहां से एक ड्रेन मानेसर की ओर बनाई जानी है। इसके साथ ही क्लोवरलीफ फ्लाईओवर के साथ ही एक अन्य ड्रेन बनाकर जलभराव को रोकने के उपाय किए जा रहे हैं। यह स्थाई समाधान होने से पहले नरसिंहपुर में पानी निकासी के लिए पंप लगाए जाएंगे।
अधिकारियों ने बताया कि सूर्य विहार के पास धनवापुर रोड पर जलभराव की समस्या का समाधान करने के लिए यहां ड्रेन बनाई जा रही है। इसका कार्य शुरू किया जा रहा है। कार्य पूरा होने में समय लगेगा। तब तक यहां अस्थाई तौर पर कच्चा नाला बनाया जा रहा है।
उमंग भारद्वाज चौक पर होने वाले जलभराव को रोकने के लिए NHAI के अधिकारी रोड को चौड़ा करने से पहले ही यहां ड्रेन बना रहे हैं। इसके अलावा अंडरपास में जलभराव रोकने के लिए भी अभी से ही तैयारी शुरू की जा रही है। GMDA के सीईओ सुधीर राजपाल ने बताया कि मानसून से पहले शहर में मॉकड्रिल की जाएगी ताकि जलभराव रोकने के लिए किए गए इंतजामों को जांचा जा सके।