सैलरी के विवाद में थाने का घेराव
Gurugram News Network- सैलरी न मिलने से खफा बिजली निगम कॉल सेंटर के पूर्व कर्मचारियों ने मंगलवार को सिविल लाइन थाने का घेराव कर दिया। ठेकेदार ने बिजली निगम के साथ कॉन्ट्रेक्ट खत्म होने के बाद 17 सितंबर को 107 कर्मचारियों को मैसेज भेजकर अगले ही दिन से नौकरी न आने का मैसेज दिया था। कर्मचारियों ने जब सैलरी की मांग को लेकर सिविल लाइन थाना पुलिस को शिकायत दी तो आरोपी ठेकेदार ने उन्हें 10 अक्टूबर तक का समय दिया था। आरोप है कि अब ठेकेदार न तो उनका फोन उठा रहा है और न ही पुलिसकर्मियों का। गुस्साए कर्मचारियों ने सिविल लाइन थाने के बाहर जमकर नारेबाजी की।
बिजली निगम के कॉल सेंटर में कार्यरत कर्मचारी धर्मवीर, नितिन सेन, दीपिका रावत, नेहा रावत, ईशा, रीना कटारिया, दीपक राजपूत, पंकज चौहान समेत अन्य ने बताया कि वह बिजली निगम के कॉल सेंटर में पिछले करीब पांच साल से करीब 107 कर्मचारी कार्यरत थे। कॉल सेंटर संचालन के लिए बिजली निगम ने ICCS कंपनी को ठेका दिया था। इस ठेकेदार का कॉन्ट्रेक्ट समाप्त होने की जानकारी किसी भी कर्मचारी को नहीं दी गई। कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें 17 सितंबर को अचानक मैसेज दिया गया था कि 18 सितंबर से उन्हें नौकरी पर नहीं आना है। इसके बाद वह जब कार्यालय पहुंचे तो कोई नहीं मिला। बकाया सैलरी दिए जाने की बात करने पर कोई संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं मिला।
आरोप है कि इसके बाद वह सिविल लाइन थाने गए थे। यहां कंपनी प्रबंधन को बुलवाया गया था। कंपनी से आए अधिकारियों ने उन्हें 10 अक्टूबर तक फुल एंड फाइनल सेटलमेंट करके पेमेंट करने की बात कही थी, लेकिन अब अधिकारी उन्हें परेशान कर रहे हैं। पुलिसकर्मियों द्वारा भी कंपनी प्रबंधन को फोन किया जा रहा है, लेकिन उनसे भी प्रबंधन बात नहीं कर रहा है। इससे गुस्साए कर्मचारियों ने मंगलवार को सिविल लाइन थाने के बाहर एकत्र होकर प्रदर्शन किया। इसके साथ ही कंपनी के खिलाफ नारेबाजी भी की।
वहीं, मामले में कंपनी के मैनेजर मनोज कुमार ने बताया कि सभी कर्मचारियों का फुल एंड फाइनल सेटलमेंट बनाया जा चुका है। उन्हें कंपनी के नोएडा स्थित हैड ऑफिस में आकर सेलरी के चेक ले जाने को कहा गया है।