गुरुग्राम में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर, जल्द बंद हो सकते हैं स्कूल कॉलेज
Gurugram News Network- गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है। हवा की गुणवत्ता बेहद खराब होने के कारण यहां ग्रेडेड रेस्पांस एक्शन प्लान यानि ग्रैप के चौथे चरण को लागू कर दिया गया है। इसके अंतर्गत प्रदूषण नियंत्रण करने के लिए पाबंदियों को बढ़ा दिया गया है। वहीं, ग्रैप-4 लागू होने के बाद जिले के स्कूल व कॉलेज भी बंद किए जाने पर विचार किया जा रहा है।
वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के डायेरक्टर आर के अग्रवाल द्वारा जारी किए गए आदेशों के अनुसार दिल्ली एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली एनसीआर में भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। केवल रोजमर्रा की जरूरत के सामान को लाने वाले ट्रक को ही दिल्ली एनसीआर में प्रवेश की अनुमति होगी। यह भी वह ट्रक होंगे जो सीएनजी अथवा इलेक्ट्रिक संचालित होंगे। इसके अलावा मध्यम माल ढोने वाले डीजल के वाहनों के दिल्ली एनसीआर में चलने पर पाबंदी रहेगी। दिल्ली एनसीआर में डीजल के हल्के वाहनों को भी चलने की अनुमति नहीं होगी। केवल भारत स्टेज-6 के वाहनों को इससे दूर रखा गया है। यह भी केवल आवश्यक वस्तुओं अथवा मेडिकल सामान के लिए ही चलाए जा सकेंगे।
आदेशों में दिल्ली एनसीआर के उद्योगों को भी तुरंत प्रभाव से बंद करने के लिए कहा गया है। यह आदेश उन उद्योगों पर आधारित होगा जिनमें पीएनजी का उपयोग नहीं होता। इन आदेशों से दूध और डेयरी यूनिट्स समेत लाइफ सेविंग मेडिसिन व इक्यूपमेंट बनाने वाले उद्योगों को दूर रखा गया है। निर्माण कार्यो व सीएंडडी वेस्ट का निस्तारण करने पर भी प्रतिबंध लगाया गया है। इसके साथ ही हाइवे, सड़क निर्माण, फ्लाईओवर के निर्माण कार्य पर भी प्रतिबंध लगाया गया है।
आदेशों में प्रदेश सरकार को यह भी सिफारिश की गई है कि वह सरकारी व निजी कार्यालयों में 5० फीसदी स्टाफ को ही आने की अनुमति दें। जहां तक संभव हो सके वर्क फ्रॉम होम कराने के आदेश जारी करें। बढते प्रदूषण स्तर से राहत पाने के लिए स्कूल, कॉलेज समेत अन्य एजुकेशनल इंस्टीट्यूट को बंद किए जाने जैसा फैसला भी प्रदेश सरकार ले सकती है। इसके अलावा वाहनों में ऑड-ईवन को भी अपनाया जा सकता है। इसके साथ ही बच्चों, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं समेत बीमार रहने वाले लोगों को घर पर ही रहने की सलाह दी गई है।