400 करोड़ का घोटाला करने वाले की जेल में मौत
Gurugram News Network- सिटी बैंक में 400 करोड़ रुपए का घोटाला करने वाले मास्टर माइंड की भोंडसी जेल में मौत हो गई। मृतक शिवराज पुरी टीबी रोग से ग्रस्त था जिसे इलाज के लिए दिल्ली के महरोली स्थित टीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
जानकारी के मुताबिक, शिवराज पुरी सिटी बैंक की डीएलएफ फेज-२ ब्रांच में रिलेशनशिप मैनेज के तौर पर कार्यरत था। उस पर बैंक ने 5 दिसंबर 2010 को धोखाधड़ी का केस दर्ज कराया था जिसके बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद उसे दिसंबर 2010 में गिरफ्तार कर लिया गया था। 28 मई 2012 को उसे हाई कोर्ट से जमानत मिल गई थी। धोखाधड़ी उजागर होने के बाद बैंक में ऑडिट कराई गई थी। इस दौरान पाया गया था कि शिवराज ने कई फर्जी ट्रांजेक्शन की हैं। उसने फर्जी सर्कुलर जारी किए हैं और लोगों से निवेश के नाम पर रुपए लिए हैं। कई लोगों ने उसे ब्लैंक चेक भी दिए थे।
साल 2002 में उसने बैंक में नौकरी करनी शुरू की थी। साल 2009 के बाद अचानक उसकी संपत्ति तेजी से बढ़ने लगी। जांच के दौरान सामने आया था कि वह लोगों को 2 से 3 प्रतिशत का रिटर्न देने के का झांसा देने के लिए फेक सर्कुलर जारी करता था। 25 फरवरी 2014 को ट्रायल के दौरान दो केसों में वह दोषी पाया गया था, जिसके बाद अदालत ने उसे पांच साल की सजा सुनाई थी। अदालत में कार्रवाई के दौरान पेश न होने पर अदालत ने उसे दो अन्य मामलों में साल 2018 में भगोड़ा भी घोषित किया था। उस पर 50 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। बाद में उसे देहरादून से गिरफ्तार किया गया। यहां वह पहचान बदलकर किराए के मकान में रह रहा था। पुलिस ने बताया कि इस मामले में ईडी ने उसकी संपत्ति को केस के साथ अटैच कर दिया था। भोंडसी जेल में रहते हुए उसे फरवरी माह में टीबी हो गई थी जिसका इलाज चल रहा था। वीरवार को उसे जांच के लिए दिल्ली के महरोली स्थित टीबी अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई और उसने दम तोड़ दिया।