Gurugram News Network – जेल में कैदी को भेजे जाने से पहले भले ही पूरी तरह से चेक किए जाने का दावा किया जाता हो, लेकिन एक कैदी ने जेल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी। अदालत में पेश होने के बाद कैदी जब वापस जेल में लौटा तो वह अपने मोबाइल लेकर वापस जेल के अंदर गया। डेढ़ महीने तक उसने मोबाइल को जेल प्रशासन की नजरों से बचाए रखा। शुक्रवार को जब जेल प्रशासन को कैदी के पास मोबाइल होने की सूचना मिली तो जेल प्रशासन ने मोबाइल बरामद किया और भोंडसी थाना पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया।
जेल अधीक्षक ने बताया कि 30 जुलाई को दिल्ली निवासी अजय को सोहना अदालत में पेशी पर ले जाया गया था। यहां से लौटते वक्त अजय को उसके परिचित हेमंत ने एक मोबाइल दे दिया जिसे शौच जाने के बहाने से अजय ने अपने गुप्तांग में छिपा लिया और जेल के अंदर ले गया। शुक्रवार को जेल प्रशासन को सूचना मिली कि अजय के पास एक मोबाइल है जिस पर अजय से पूछताछ की गई तो उसने मोबाइल होने की बात कबूल ली और उसने चायपत्ती के डिब्बे से मोबाइल बरामद करा दिया।
जेल अधीक्षक ने भोंडसी थाना पुलिस को बताया कि अजय को जेल के 7 नंबर बैरक में रखा गया था। उसे एडिशनल सेशन जज कृष्णकांत की अदालत से मारपीट करके लूट करने के मामले में 10 साल की सजा हुई थी। अब मोबाइल मिलने पर उसके खिलाफ भोंडसी थाने में केस दर्ज कराया है।