शाहीन बाग़ से लाकर गुरुग्राम में विदेशियों को प्री एक्टिवेटेड सिम बेचने वाला गिरफ्तार
Gurugram News Network – गुरुग्राम में सीएम फ्लाइंग ने एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है । दिल्ली के शाहीन बाग़ से प्री एक्टिवेटेड मोबाइल सिम कार्ड्स गुरुग्राम में विदेशियों को बेचे जा रहे थे । गुरुग्राम पुलिस ने अस्पताल में विदेशियों के लिए ट्रांसलेटर का काम करने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार किया है । आरोपी के पास से बड़ी मात्रा में अमेरिकी डॉलर के साथ साथ नकदी भी बरामद हुई है । सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि गुरुग्राम में अस्पतालों के बाहर शाहीन बाग से लाई गई प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स विदेशी मरीज़ो को बिना आईडी प्रूफ लेकर बेची जाती हैं । ये सिम कार्ड पहले से ही एक्टिवेटेड होते हैं । सिम बेचने वाले निजी अस्पताल के ट्रांसलेटर को काबू कर लिया गया है । सुशांत लोक थाना पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी से पूछताछ शुरू कर दी है ।
पुलिस के मुताबिक, सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि फोर्टिस अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले विदेशियों को बिना आइडी प्रूफ लिए मोबाइल सिम बेची जा रही हैं । इस पर सुशांत लोक थाना पुलिस के साथ मिलकर मौके पर रेड की गई । टीम ने मौके से उत्तर प्रदेश के फतेहपुर निवासी यारूल को काबू किया । आरोपी के कब्जे से 3 एयरटेल की प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स, 1 लाख 41 हजार रुपए समेत करीब एक हजार अमेरिकी डॉलर मिले हैं । प्रारंभिक जांच के दौरान आरोपी के कब्जे से फोर्टिस अस्पताल का आइडी कार्ड भी मिला ।
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह अलहयात कंपनी के जरिए फोर्टिस अस्पताल में ट्रांसलेटर के रूप कार्य करता है । वह मरीजों को मेडिकल, होटल समेत दूरभाषीय सुविधाएं उपलब्ध कराते थे । अलहयात के मालिक शाहीन बाग निवासी तरवेज खान गुरुग्राम के सेक्टर-39 में रहकर दूरभाषीय व मनी एक्सचेंजर का कार्य करता है । आरोपी ने बताया कि वह पिछले छह महीने में करीब 400 प्री एक्टिवेटेड सिम विदेशियों को दे चुका है । उसे यह सिम दिल्ली निवासी सुहेल ने उपलब्ध कराई थी । इन सिम को वह 700 से 1500 रुपए में बेचता था ।
इस कङी में पुलिस थाना सुशान्त लोक, गुरुग्राम की पुलिस टीम आज दिनांक 18.05.2022 को हुड्डा सिटी मैट्रो स्टेशन से इसके साथी युवक को फर्जी ID पर एक्टिवेट व बिना एक्टिवेट सिम कार्ड सहित काबू किया। इसकी पहचान सुहैल अख्तर निवासी जिला रोहतास, बिहार, हाल निवासी कालकाजी, दिल्ली के रुप में हुई। पुलिस टीम द्वारा आरोपी के कब्जा से 50 एक्टीवेट सिमकार्ड तथा 60 अनएक्टिव सिमकार्ड बरामद किए गए तथा इसके खिलाफ अभियोग अंकित किया गया। पूछताछ में ज्ञात हुआ कि यह एयरटेल कम्पनी के एक सैन्टर पर सिम एक्टिवेट करने का काम करता है। जब भी कोई व्यक्ति सिम लेने आता है तो उसकी ID पर यह एक सिम की बजाय यह 02 सिमकार्ड एक्टिव कर लेता है। एक सिमकार्ड को तो यह ग्राहक को दे देता है लेकिन दूसरे सिमकार्ड को यह अपने अन्य साथियों को 300/- रुपए प्रति सिमकार्ड बेच देता है। उपरोक्त अभियोग में आरोपी यारुल भी इसी से सिमकार्ड लेता था।
सुशांत लोक थाना प्रभारी इंस्पेक्टर पूनम हुड्डा ने बताया कि आरोपी यारुल और इसके साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है और कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा ताकि इस पूरे नेक्सेस का भंडाफोड़ किया जा सके और यारुल के बाकी साथियों को भी गिरफ्तार किया जा सके ।
बड़ा सवाल ये है कि ये लोग प्री एक्टिवेटेड सिम कार्ड्स शाहीन बाग से लाते थे । ये शाहीन बाग वही शाहीन बाग है जो CAA कानून आने के बाद से चर्चा का केंद्र रहा है । ऐसे में गुरुग्राम पुलिस इस मामले को गंभीरता से ले रही है कि कहीं ये लोग इन सिम कार्ड्स का इस्तेमाल किसी देशविरोधी गतिविधियों में तो नहीं करते हैं या किसी ऐसे व्यक्ति को तो सिम कार्ड्स नहीं दिए जो देश के खिलाफ कोई साज़िश रचता हो ।