पटौदी की 200 एकड़ जमीन पर नया सेक्टर होगा विकसित,एचएसवीपी ने तैयार की योजना
एचएसवीपी ने पटौदी में सेक्टर-एक को 30 अगस्त, 2007 को विकसित किया था। सेक्टर में 22 हजार रुपये प्रति वर्ग गज रिहायशी क्षेत्र में सर्कल रेट है, जबकि व्यावसायिक क्षेत्र में सर्कल रेट 35 हजार रुपये प्रति वर्ग गज है। पिछले साल एचएसवीपी ने ई-नीलामी में इस सेक्टर में करीब 56 हजार रुपये प्रति वर्ग गज के हिसाब से रिहायशी भूखंड को बेचा था। इसके अलावा व्यावसायिक भूखंड को करीब 1.45 लाख रुपये प्रति वर्ग गज में बेचा था।
Gurugram News Network-भूमि एकत्रीकरण योजना (लेंड पूलिंग स्कीम) के तहत हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (एचएसवीपी) ने पटौदी के सेक्टर-एक पार्ट विकसित करने की योजना बनाई है। सेक्टर करीब 200 एकड़ जमीन पर विकसित किया जाएगा। मौजूदा समय में इस सेक्टर में सर्कल रेट 2.40 करोड़ रुपये प्रति एकड़ है, जबकि बाजारी कीमत करीब पांच करोड़ रुपये प्रति एकड़ है।
एचएसवीपी और नगर एवं ग्राम नियोजन विभाग की तरफ से किए गए सर्वे के मुताबिक यह सेक्टर पटौदी, रामपुर जनौला और जाटौली गांव की जमीन पर विकसित किया जाएगा। यह जमीन करीब 750 लोगों के नाम पर है।
एचएसवीपी ने पटौदी में सेक्टर-एक को 30 अगस्त, 2007 को विकसित किया था। सेक्टर में 22 हजार रुपये प्रति वर्ग गज रिहायशी क्षेत्र में सर्कल रेट है, जबकि व्यावसायिक क्षेत्र में सर्कल रेट 35 हजार रुपये प्रति वर्ग गज है। पिछले साल एचएसवीपी ने ई-नीलामी में इस सेक्टर में करीब 56 हजार रुपये प्रति वर्ग गज के हिसाब से रिहायशी भूखंड को बेचा था। इसके अलावा व्यावसायिक भूखंड को करीब 1.45 लाख रुपये प्रति वर्ग गज में बेचा था।
सूत्रों के मुताबिक पिछले महीने एचएसवीपी प्रशासक के नेतृत्व में संयुक्त स्थल निरीक्षण समिति (जेएसआईसी) ने इस जमीन का निरीक्षण किया था, जिसमें अधिकांश जमीन खाली है। ऐसे में इस समिति ने नया सेक्टर विकसित करने के लिए इस जमीन को उपयुक्त पाया है। इस सेक्टर में विकास कार्य करवाने में करीब 300 करोड़ रुपये खर्चा आएगा, यह जानकारी एचएसवीपी के इंजीनियरिंग सैल की तरफ से संपदा अधिकारी एक कार्यालय को सांझा की है। बता दें कि एचएसवीपी ने पटौदी का सेक्टर एक विकसित करने के लिए करीब 250 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया था।
मौजूदा समय में खेतीहर जमीन पर अवैध रूप से भूमाफियाओं की तरफ से कॉलोनियां काटी जा रही है। इनमें बुनियादी सुविधाएं जैसे पानी, सीवर, सड़क, बरसाती पानी की निकासी, बाजार, हरित क्षेत्र आदि सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवाई जाती हैं। इन कॉलोनियों में मकान के टूटने का डर बना रहता है। रजिस्ट्रियां नहीं होती हैं। ऐसे में लोगों को बेहतर आवासीय भूखंड उपलब्ध करवाने के लिए एचएसवीपी की तरफ से यह योजना बनाई गई है। इसमें जमीन मालिकों की सहमती से जमीन ली जाएगी।
एचएसवीपी के संपदा अधिकारी विकास ढांडा ने बताया कि भूमि एकत्रीकरण योजना के तहत पटौदी के सेक्टर एक पार्ट को विकसित करने की योजना बनाई जा रही है। इसको लेकर करीब 200 एकड़ जमीन का चयन किया है, जोकि 750 लोगों के नाम पर है।