Gurugram News Network – फरीदाबाद टोल प्लाजा पर विधायक नीरज शर्मा व उनके स्टाफ की गुंडागर्दी देखने को मिली है। टोल टैक्स मांगने पर एमएलए के गनमैन द्वारा टोल कर्मी को पीटने व उसका किडनैप किए जाने का मामला सामने आया है। आरोपियों ने टोल कर्मी को पांच किलोमीटर दूर लेजाकर छोड़ दिया। इस बारे में टोल प्रबंधन ने डीएलएफ फेज-1 थाना पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया है। वहीं मामले में MLA की तरफ से भी पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया गया है की टोल कर्मी ने शराब के नशे में उनके साथ बतमीजी की है। वह टोलकर्मी को मांगर पुलिस चौकी के हवाले कर गए था। फिलहाल मामले में डीएलएफ फेज 1 थाना पुलिस ने दोनो पक्षों की शिकायत पर क्रॉस केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, टोल प्रबंधक चेतन शर्मा ने बताया कि 9 अप्रैल की रात को गुरुग्राम से फरीदाबाद जाने वाली लेन के बूथ नंबर 7 पर एक गाड़ी आकर रुकी। टोल बूथ में मौजूद कर्मचारी सुमित सिरोही ने ड्राइवर से टोल भुगतान करने के लिए कहा। इस पर ड्राइवर ने उसे धौंस जमाते हुए कहा कि यह गाड़ी एमएलए नीरज शर्मा की है। इस पर सुमित ने गाड़ी में देखा तो कुछ लोग बैठे नजर आए, लेकिन विधायक की पहचान नहीं हुई। इस पर सुमित ने विधायक का आईडी कार्ड मांग लिया। इस बात से गाड़ी में मौजूद लोग गुस्से में आ गए।
आरोप है कि एक व्यक्ति गाड़ी में से उतर आया जिसने खुद को एमएलए नीरज शर्मा का गनमैन बताया और सुमित के साथ गाली गलौज करते हुए बूम बैरियर उठा दिया और गाड़ी को निकाल दिया। गाड़ी को निकालने के बाद गनमैन वापस आया और सुमित के साथ मारपीट करते हुए उसका अपहरण कर गाड़ी में साथ ले गया। उन्होंने पुलिस को बताया कि रास्ते में सुमित माफी मांगता रहा जिसके बाद आरोपियों ने उन्हें मारपीट करने के बाद फरीदाबाद के मांगर में छोड़ दिया।
उन्होंने पुलिस को बताया कि यह टोल प्लाजा पीडब्ल्यूडी के अंतर्गत आता है। इसकी शर्तों के अनुसार एमएलए की गाड़ी को टोल से छूट नहीं दी जाती, लेकिन वह जन प्रतिनिधि होने का सम्मान करते हुए उनकी गाड़ियों को छूट देते हैं। इसके साथ ही उन्होंने पहले ही इन एमएलए की दो गाड़ियों को पास दिए हुए हैं, लेकिन आए दिन गाड़ियों की संख्या बढ़ा रहे हैं। उन्होंने बताया कि आठ अप्रैल को भी इनका सुमित सिरोही के साथ झगड़ा हुआ था। सुमित ने ड्यूटी पर शराब पी हुई थी और इसकी जानकारी मिलते ही उन्होंने सुमित को छुट्टी पर भेज दिया था। इस दौरान भी एमएलए के स्टाफ की सुमित से बहस हुई थी। इस मामले को वह बातचीत से सुलझाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन अगले ही दिन दोबारा उनके द्वारा यह वारदात कर दी गई।
वहीं, मामले में एमएलए की तरफ से भी केस दर्ज कराया गया है। कांस्टेबल वीरेंद्र ने बताया कि उसकी ड्यूटी एमएलए एनआईटी फरीदाबाद नीरज शर्मा के साथ है। 9 अप्रैल की रात को वह एमएलए के साथ गुरुग्राम से फरीदाबाद टोल पर पहुंचे और टोलकर्मी को बूम बेरियर हटाने के लिए कहा। इस दौरान नशे में धुत टोल कर्मी ने बतमीजी करनी शुरू कर दी। इस पर वह उसे समझाने लगे, लेकिन उसकी बतमीजी बढ़ने लगी। पूछताछ में टोलकर्मी ने अपना नाम सचिन बताया था। इस पर वह उसे अपने साथ मांगर पुलिस चौकी ले आए और पुलिस के हवाले कर दिया। उन्होंने पुलिस को शिकायत देकर आरोपी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा था। वहीं, डीएलएफ फेज-1 थाना पुलिस ने मामले में क्रॉस केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।