Gurugram News Network – सिविल अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। एक तरफ जहां मरीजों को दवाई नहीं मिलती वहीं दूसरी तरफ दवाओं का एक थैला भरकर कूड़े में फेंका गया है। यह दवाएं अस्पताल में साधारण कूड़े के ढेर में फेंकी गई थी। मामला संज्ञान में आने के बाद एडिशनल चीफ सेक्टरी ने मामले में जांच बैठा दी है। इसमें अस्पताल प्रबंधन से जवाब मांगा गया है।
अधिकारियों के मुताबिक, अगर दवाओं की वैधता समाप्त हो गई हो तो इन्हें नष्ट किए जाने का एक नियम होता है। बायो मेडिकल वेस्ट के नियमों के तहत इन्हें नष्ट करने के लिए अलग से डाला जाता है लेकिन जिस तरह से इन्हें साधारण कूड़े में डाला गया है वह गंभीर मामला है। अधिकारियों ने बताया कि इनमें कुछ दवाई ऐसी है जो सिविल अस्पताल में आती ही नहीं है। ऐसे में माना जा रहा है कि यह किसी शरारती तत्व द्वारा फेंकी गई है। जिस स्थान पर सिविल अस्पताल में कूड़ेदान में दवाई फेंकी गई हैं वहां आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा हुआ। ऐसे में पता लगाना काफी मुश्किल होगा कि यह दवाएं सिविल अस्पताल के कूड़ेदान में कैसे पहुंची।
वही मामले में एडिशनल चीफ सेक्टरी जी अनुपमा ने कहा कि उनके संज्ञान में यह मामला आया है। इसकी जांच कराई जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।