नेताओं पर मेहरबानी, निजी कंपनियों पर लाखों का जुर्माना
Gurugram News Network – अवैध विज्ञापनों पर कार्रवाई के नाम पर नगर निगम अधिकारियों का दोगला चेहरा देखने को मिला है। शहर में साइन बोर्ड पर लगे छुटभैये नेताओं के विज्ञापन देखने के बाद जहां नगर निगम अधिकारियों द्वारा मुंह मोड़ लिया जाता है वहीं, अब निजी कंपनियों के विज्ञापन देखकर न केवल उन पर लाखों रुपए का जुर्माना लगाया जाता है बल्कि उन पर एफआईआर भी दर्ज कराई जाती है। किसी का जन्मदिन हो या कोई अन्य त्यौहार यह छुटभैये नेता शहर के साइनेज बोर्ड ही नहीं बल्कि पूरे शहर के खंभों को इन अवैध विज्ञापनों से भर देते हैं। इस दौरान सड़कों पर निकलने वाले नगर निगम के अधिकारियों की आंखे भी इन अवैध विज्ञापनों को देखकर बंद हो जाती हैं। वहीं, छुटभैया नेताओं के बदले कुछ कंपनियों ने जब इन साइन बोर्ड पर विज्ञापन लगाए तो नगर निगम अधिकारियों की आंखे खुल गई और केस दर्ज कराने के साथ ही उन पर लाखों रुपए का जुर्माना भी ठाेक दिया।
दरअसल, सिविल लाइंस रोड पर अनु श्री ज्वेलर्स और अपना बाजार के पास लगे साइनेज बोर्ड पर कमल एसोसिएट्स द्वारा साइनेज बोर्ड पर लगाए गए थे। हाल ही में नगर निगम के अधिकारी इन सड़कों से गुजरे तो उनकी आंखे इन विज्ञापनों को देखकर खुल गई और सहायक अभियंता (विज्ञापन) ने उक्त दोनों उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में एफआईआर दर्ज करवा दी। इसके साथ ही अनु श्री ज्वैलर्स पर लगभग 10 लाख रुपए तथा कमल एसोसिएट्स पर 15.96 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है, जिसका निर्धारण कर लिया गया है तथा वसूली की जाएगी।
नगर निगम आयुक्त पीसी मीणा के अनुसार माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा साइनेज बोर्ड पर किसी भी प्रकार के विज्ञापन का प्रदर्शन न करने बारे दिशा-निर्देश दिए हुए हैं। निगम अधिकारियों का दावा है कि ऐसा करने वालों के खिलाफ नगर निगम द्वारा पूर्व में भी कार्रवाई की गई थी, लेकिन उस वक्त निगम अधिकारी कार्रवाई करने से कतरा रहे थे जब छुटभैया नेताओं द्वारा शहर के हर साइन बोर्ड को नेताओं को जन्मदिन की शुभकामना अथवा किसी पद को दिए जाने के बाद शुभकामनाएं देते हुए विज्ञापन लगाए गए थे।
निगम अधिकारियों की मानें तो साइनेज बोर्ड आमजन तथा वाहन चालकों को शहर के विभिन्न क्षेत्रों के बारे में रास्तों की जानकारी देने हेतु लगाए गए हैं। इन पर विज्ञापन का प्रदर्शन करने से आमजन तथा वाहन चालकों को परेशानी होती है। नगर निगम द्वारा साइनेज बोर्ड पर किसी भी प्रकार के विज्ञापन की मनाही है तथा यह विभिन्न नियमों के तहत दंडनीय अपराध है। इसके साथ ही सार्वजनिक संपत्ति जैसे दीवारों पर लिखकर या पोस्ट आदि चस्पा करना भी गलत है। ऐसा करने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने के साथ ही उन पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा तथा संबंधित की प्रॉपर्टी के नो ड्यूज पोर्टल पर लिंक कर दिया जाएगा।