चिलचिलाती गर्मी में बिजली पानी के लिए मचा हाहाकर,शिकायतों के बावजूद नहीं हो रहा सुधार
47 डिग्री तक अधिकतम तापमान पहुंचने का पूवार्नुमान,29 मई तक रेड अलर्ट जारी
Gurugram News Network-दिल्ली से सटे गुरुग्राम में चिलचिलाती गर्मी रोजना नए रिकॉर्ड बना रही है।गर्मी के कारण अस्पताल में मरीजों की भीड़ भी बढ़ना शुरू हो गई है।एक बेड पर दो-दो मरीजों का भी इलाज चल रहा है।वहीं मौसम विभाग ने गर्मी को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में 29 मई तक के लिए रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है।इसके अलावा 30 मई को ओरेंज अलर्ट जारी करते हुए लू चलेगी और लोगों से सावधानी बरतने की सलाह दी है।
मौसम विभाग के अनुसार 30 मई को हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है।ऐसे में दिल्ली-एनसीआर के लोगों को थोड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।सोमवार को गुरुग्राम का अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। पूरे दिन 20 से 30 किलोमीटर की रफ्तार से गर्म हवाएं (लू) चलेगी।इससे लोगों को बचने की सलाह दी गई है।
चिलचिलाती गर्मी में बिजली के अघोषित कट और पानी की आपूर्ति नहीं होने के कारण शहरवासियों की परेशानी दोगुना हो गई है।बिजली नहीं होने के कारण रातभर लोगों को जागना पड़ रहा है और सुबह पानी नहीं आने के चलते उनके रोजमर्रा के काम नहीं हो पा रहे है।रोजाना लोगों को पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा दिक्कत सेक्टर-57 के लोगों को झेलनी पड़ रही है।
गर्मी की शुरूआत से ही पानी नहीं आने के कारण सैंकडों को परिवार को दिक्कतें हो रही है।शिकायत के बावजूद कोई समाधान हो रहा है।वहीं दूसरी ओर सेक्टर-22,पालम विहार,राजेंद्रा पार्क,न्यू कॉलोनी सहित दो दर्जन के लगभग इलाकों में बिजली के अघोषित कट से लोगों को दिक्कतें हो रही है। बादशाहपुर सब डिविजन एरिया में भी बीती रात करीब 5 घंटे का अघोषित कट लगा जिसकी वजह से लोग काफी परेशान रहे । लोगों का यहां तक आरोप है कि जिन अधिकारियों की ड्यूटी सुचारु बिजली देने की लगाई गई वो फोन तक नहीं उठाते हैं ।
शहर छोड़ने पर लगाई रोक
दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) की ऑपरेशन शाखा के निदेशक ने अधिकारियों को बिना पूर्व सूचना के गुरुग्राम छोड़ने पर रोक लगा दी है। आदेश में कहा है कि तापमान बढ़ने के साथ-साथ बिजली की मांग में इजाफा हो गया है। बिजली ढांचे पर लोड बढ़ गया है।
आदेश में कहा कि उनके संज्ञान में आया है कि कई अधिकारी बिना पूर्व सूचना के गुरुग्राम को छोड़कर बाहर जा रहे हैं। उनके बाहर जाने की स्थिति में बिजली के बुनियादी ढांचे को दुरुस्त करने में दिक्कत आती है। ऐसे में अब इस तरह की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा।