Kal Ka Mausam: हरियाणा- पंजाब समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड का प्रकोप जारी है। घनी धुंध और शीतलहर के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। इसी बीच एक बार फिर इन राज्यों में बारिश को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। मौसम विभाग की मानें तो अभी ठंड और बारिश से लोगों को राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।
18 जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा। इसके बाद 22 जनवरी को दूसरा पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से कई राज्यों में भारी बारिश की संभावना है। उत्तर भारत के राज्यों में भी कल रात से पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिलेगा। इसके बाद आने वाले दिनों में बारिश के आसार है। कल आपके शहर में कैसा रहेगा मौसम, यहां देखें मौसम पूर्वानुमान….
पश्चिमी विक्षोभ जो उत्तरी पाकिस्तान और आसपास के इलाकों पर था, अब उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश और आसपास के इलाकों पर है।
चक्रवाती परिसंचरण दक्षिण केरल तट से दूर दक्षिणपूर्व अरब सागर के ऊपर है। एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ 18 जनवरी से और दूसरा 22 जनवरी से उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित करने की संभावना है।
अगले 24 घंटों के दौरान कैसा रहेगा मौसम ?
अगले 24 घंटों के दौरान, हिमाचल प्रदेश में छिटपुट बारिश और बर्फबारी संभव है।
18 से 22 जनवरी के बीच पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के कई हिस्सों में बारिश और बर्फबारी हो सकती है।
21 से 22 जनवरी के बीच पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में बारिश और आंधी आ सकती है।
अगले 2 दिनों के दौरान उत्तर पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान 2 से 3 डिग्री तक गिर सकता है और उसके बाद बढ़ने के आसार हैं।
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पूर्वी राजस्थान के कुछ हिस्सों में रात और सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा छाए रहने का अनुमान है।
पिछले 24 घंटों के दौरान कैसा रहा मौसम ?
पिछले 24 घंटों के दौरान, पूरे मध्य प्रदेश और आंतरिक ओडिशा में न्यूनतम तापमान 2 से 4 डिग्री तक गिर गया। पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट हुई।
जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी हुई। वहीं उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट पर हल्की बारिश हुई।
अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप में हल्की से मध्यम बारिश हुई। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, राजस्थान और पश्चिम मध्य प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में घना से बहुत घना कोहरा छाया रहा।