Gurugram News Network - बिल्डरों की मनमानी के खिलाफ अब निवेशकों का गुस्सा फूटने लगा है। बृहस्पतिवार को निवेशकों ने सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ हरियाणा रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथॉरिटी(HRERA) के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। निवेशकों का आरोप है कि बिल्डर ने उन्हें झूठ बोलकर अपना बिना लाइसेंस का प्रोजेक्ट बेच दिया और रुपए लेने के बाद भी यह प्रोजेक्ट पूरा नहीं किया। HRERA कोर्ट के आदेश में केस के बाद बिल्डर को रुपए लौटाने का भी आदेश हुआ है, लेकिन बिल्डर ने HRERA के आदेशों को मानने से इंकार कर दिया।
निवेशक संजीव, सुनील, मोहित समेत अन्य ने बताया कि उन्होंने साल 2013 में सुपरटेक बिल्डर के हयूज, अरावली व अन्य प्रोजेक्ट में निवेश किया था। यह प्रोजेक्ट 2018 दिसंबर तक पूरे होने थे, लेकिन आज तक यह प्रोजेक्ट पूरे नहीं हुए। वह कई बार बिल्डर कार्यालय के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही। कई प्रोजेक्ट में बिल्डर ने अपनी मर्जी से बदलाव कर दिया। बाद में उन्हें पता लगा कि सुपरटेक को कोई लाइसेंस ही नहीं मिला है जबकि लाइसेंस किसी दूसरे के नाम पर है।
उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन फ्लैट पर लिए गए लोन की इंस्टॉलमेंट बिल्डर ने भरनी थी, लेकिन इसका बोझ भी निवेशकों पर डाल दिया। इंस्टॉलमेंट बाउंस होने के बाद लोन देने वाले बैंक और कंपनियों ने उन्हें लीगल नोटिस भेजने शुरू कर दिए हैं। कुछ ने तो चेक बाउंस होने का केस भी दायर कर दिया है। बृहस्पतिवार को उन्होंने रेरा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, गृहमंत्री व रेरा चेयरमैन से न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान न हुआ तो वह बड़ा आंदोलन करने को विवश हो जाएंगे। वहीं, मामले में जब बिल्डर से संपर्क किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हुआ।