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हरियाणा दिवस पर लागू होगी उद्योग नीति और रोज़गार नीति

Gurugram News Network – हरियाणा की नई उद्योग तथा रोजगार नीति-2020 आगामी 1 नवंबर हरियाणा दिवस से लागू होगी। यह घोषणा आज हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गुरूग्राम में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत करते हुए की । इससे पहले मुख्यमंत्री मनोहर लाल तथा उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने नई उद्योग तथा रोजगार नीति के प्रारूप पर उद्यमियों से सुझाव आमंत्रित किए जिसके लिए गुरूग्राम के लोक निर्माण विश्राम गृह में उद्यमियों के साथ बैठक आयोजित की गई।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्यमियों से प्राप्त सुझावों को शामिल करके प्रदेश की बेहतरीन उद्योग तथा रोजगार नीति बनाई जाएगी। मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा सरकार का प्रयास है कि हमारा प्रदेश स्मृद्ध हो और उद्योगों में प्रदेश के युवाओं को रोजगार के अवसर मुहैया हों। इस बारे में उद्यमियों से जब सुझाव आमंत्रित किए गए तो उन्होंने हरियाणा के युवाओं का उद्योगों में काम करने के लिए स्किल अपग्रेडेशन के साथ एटीटयूड व बिहेवियर बनाने का सुझाव दिया है। इस दिशा में बैठक में ही उपस्थित श्री विश्वकर्मा स्किल युनिवर्सिटी के वाइस चांसलर राज नेहरू को बिहेवियरल एटीटयूड के लिए शार्ट टर्म कोर्स तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। यह विश्वविद्यालय उस कोर्स के बाद युवाओं को इसका सर्टिफिकेट भी देगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई उद्योग तथा रोजगार नीति-2020 में हरियाणा में ज्यादा से ज्यादा निवेश लाने तथा प्रदेश के युवाओं को रोजगार देने पर फोकस रहेगा।

 

उन्होंने कहा कि प्रदेश का युवा सरकारी नौकरी चाहता है लेकिन सभी को सरकारी नौकरी मिल नही सकती इसलिए युवाओं का उद्योगों में काम करने की रूचि पैदा करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इसके लिए पढ़ाई के साथ साथ उनकी स्किलिंग जरूरी है। साथ ही युवाओं में आज के युग में काम करने की संस्कृति पैदा करनी होगी।

 

उन्होंने उद्यमियों से मुखातिब होते हुए कहा कि रोजगार में हरियाणा के युवाओं को प्राथमिकता दी जाए परंतु यह उन पर बाध्य नही है । यदि हरियाणा के लोग नही मिलते हैं तो वे अन्य लोगों को रोजगार पर रखने के लिए स्वतंत्र हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय लोगों को रोजगार देने से उद्योगों को भी बहुत से लाभ होंगे, जिसका जिक्र स्वयं उद्यमियों ने आज की चर्चा में किया है। उन पर रोजगार पर रखे गए लोगों की हाउसिंग , ट्रांसपोर्टेशन आदि का खर्च कम होगा।

 

मुख्यमंत्री ने उद्यमियों से यह भी कहा कि हर उद्यमी सरकार के साथ सूचीबद्ध हो। इसके लिए सरकार द्वारा पिछले दिनों शुरू किए गए ‘ हम ‘ पोर्टल अर्थात् हरियाणा उद्यम मेमोरेंडम पर सभी छोटे , मंझले, बड़े उद्योग अपने आप को रजिस्टर करें। इससे उद्योगों का डेटा तैयार होगा और सरकार को योजनाएं बनाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा में परिवार पहचान पत्र के माध्यम से परिवारों का डेटा तैयार किया जा रहा है और भूमि रिकॉर्ड का कंप्यूटीकरण करके भूमि का डेटा तैयार किया जा रहा है ताकि सभी चीजे सिस्टेमैटिक हों।

 

बैठक में उद्योग विभाग के प्रधान सचिव ए के सिंह ने मुख्यमंत्री , उप मुख्यमंत्री तथा अन्य उद्यमियों का स्वागत किया और ड्राफट उद्योग नीति के बारे में बताया। उद्योग विभाग के निदेशक डा. साकेत कुमार ने ड्राफट उद्योग तथा रोजगार नीति पर प्रैजेंटेशन दी। इस मौके पर इंवेस्ट इंडिया से पवन चैधरी, श्री विश्वकर्मा स्किल युनिवर्सिटी से वाइस चांसलर राज नेहरू, उपायुक्त अमित खत्री, निगम आयुक्त विनय प्रताप सिंह के अलावा, मारूति सुजुकी इंडिया लिमिटेड से आर सी भार्गव , जेबीएम कंपनी से निशांत आर्य, टैक्सटाइल उद्योग से हेमंत भरत राम, डेल टेक्नोलॉजीज़ से कमल अरोड़ा, मेक माई ट्रिप से वैंकटेश, ओयो से रोहित कपूर, टीडीके इंडिया से श्री अग्निहोत्री, रिलायंस इंडस्टी से श्री वल्लभ गोयल, फिल्पकार्ट से रजनीश कुमार, मिंडा ग्रुप ऑफ कंपनीज से निर्मल के. मिंडा, सिस्को से हरीश कृष्णन , एस्कोर्ट से निखिल नंदा, नेस्कॉम से लीनिका खटट्र व जयकुमार, सीआईआई के वाइस चेयरमैन राजीव गांधी , पीएचडी चैंबर आफ कॉमर्स से मोहित जैन , एमएसएमई फरीदाबाद से राजीव चावला सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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