फिर बजी खतरे की घंटी, पाइपलाइन टूटी तो गिर सकता है इफ्को चौक फ्लाईओवर
GMDA ने NHAI को पत्र लिखकर स्थिति से कराया अवगत, पहले भी पाइप लाइन के कारण क्षतिग्रतस्त हो चुके हैं गुरुग्राम के फ्लाइओवर
Gurugram News Network- गुरुग्राम के फ्लाईओवर के लिए एक बार फिर खतरे की घंटी बजने लगी है। फ्लाईओवर की दीवार के साथ जा रही पानी की मास्टर लाइन के कारण यह खतरे की घंटी बजने लगी है। इस बारे में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (GMDA) के अधिकारियों ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकारियों को पत्र लिखकर अवगत करा दिया है। दरअसल GMDA के अधिकारियों को अंदेशा है कि इफ्को चौक फ्लाईओवर की दीवार के पास से गुजर रही मास्टर पाइप लाइन लीक हुई तो यह फ्लाइओवर की दीवार को क्षतिग्रस्त कर देगी और इससे फ्लाइओवर गिरने जैसी स्थिति भी बन सकती है। ऐसे में इफ्को चौक का सफर खतरे से खाली नहीं है।
GMDA अधिकारियों की मानें तो इस बारे में NHAI के अधिकारियों से लगातार पत्राचार किया जा रहा है, लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाई करने से गुरेज कर रहे हैं। एक बार फिर अधिकारियों ने इस बाबत NHAI के अधिकारियों को अवगत कराया है। GMDA के अधिकारियों को उम्मीद है कि जल्द ही NHAI इस कार्य को करने की अनुमति उन्हें दे देगा। जिसके बाद पानी की लाइन को शिफ्ट किए जाने का कार्य किया जाएगा। हालांकि GMDA ने इसके लिए पहले ही एस्टीमेट तैयार किया हुआ है।
आपको बता दें कि इफ्को चौक शहर का सबसे व्यस्त इलाका है जिस पर करीब 885 मीटर लंबा फ्लाईओवर बना हुआ है। इस फ्लाईओवर के निर्माण में करीब 39 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे। फ्लाइओवर का निर्माण साल 2016 में गावड़ कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपा गया था। निर्माण पूरा होने के बाद फरवरी 2019 में इसे वाहनों के आवागमन के लिए खोल दिया गया था। टेंडर की शर्तों के मुताबिक, फरवरी 2023 में निर्माण एजेंसी के देखरेख करने की अवधि समाप्त हो चुकी है।
आपको बता दें कि यह कोई पहला मामला नहीं है बल्कि इससे पहले भी फ्लाईओवर के पिलर के साथ एक मास्टर पाइपलाइन जा रही थी जिसे भी कड़ी मशक्कत के बाद शिफ्ट किया गया। करीब एक साल पहले भी इसी इफ्को चौक पर मास्टर सीवर लाइन धंस गई थी जिसके कारण कई फीट गहरा गड्डा हो गया था। GMDA के अधिकारियों ने जब लाइन रिपेयर करने के लिए खुदाई की तो NHAI की लापरवाही का खुलासा हुआ। जिन लाइनों को फ्लाईओवर निर्माण से पहले शिफ्ट किया जाना था, लेकिन अधिकारियों ने उन्हें शिफ्ट ही नहीं कराया और लापरवाही से फ्लाइओवर का निर्माण करा दिया। जांच के दौरान सामने आया था कि यहां से दो मास्टर सीवर लाइन गुजर रही हैं इनमें से कौन सी लाइन चालू है और कौन सी बंद है इसकी जानकारी भी अधिकारियों के पास नहीं है।
वहीं, GMDA के चीफ इंजीनियर राजेश बंसल ने बताया कि इफ्को चौक फ्लाईओवर की दीवार पानी की मास्टर लाइन पर बनी है। लाइन शिफ्ट करने के लिए NHAI से पत्राचार किया जा रहा है। अनुमति मिलने के बाद ही लाइन को शिफ्ट किया जाएगा।