स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया जीवित डॉक्टर का डेथ सर्टिफिकेट
Gurugram News Network- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की लापरवाही कहें या मिलीभगत, कि एक जीवित डॉक्टर का डेथ सर्टिफिकेट जारी कर दिया। इसके साथ ही डॉक्टर की पत्नी का फ़र्ज़ी दस्तावेजों के आधार पर बैंक खाता खुलवाया गया। इस फ़र्ज़ी दस्तावेजों का उपयोग डॉक्टर की इंशोरेंस पॉलिसी का क्लेम लेने के लिए किया गया। इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब क्लेम राशि को बैंक खाते में ट्रांसफर करने से पहले सर्वेयर जांच करने के लिए डॉक्टर के घर पहुंचा। सर्वेयर के घर पर आकर महिला को उसके पति का असल मृत्यु प्रमाणपत्र दिखाने को कहा तो वह हैरान रह गई I इस पर महिला ने डीएलएफ सेक्टर 29 थाना पुलिस को शिकायत देकर केस दर्ज कराया है I
साउथ सिटी-1 निवासी दीपिका भल्ला ने बताया कि उनके पति डाॅ प्रशांत भल्ला ने कई इंशोरेंस कराई हुई हैं I इसमें उनके समेत अन्य को भी नाॅमिनी बनाया गया है I 20 जून को उनके घर पीएनबी मेटलाइफ इंशोरेंस कंपनी से सर्वेयर क्लेम सेटलमेंट से पहले फाइनल जांच करने के लिए उनके घर आए I सर्वेयर ने घर आते ही डाॅ प्रशांत भल्ला का असल मृत्यु प्रमाण पत्र समेत क्लेम राशि ट्रांसफर किए जाने के लिए एचडीएफसी बैंक खाते की जानकारी मांगी I इस पर दीपिका हैरान हो गई I उन्होंने सर्वेंयर से पूछताछ करनी शुरू की तो सर्वेयर ने प्रशांत भल्ला के डेथ सर्टिफिकेट की कॉपी दिखाते हुए क्लेम के लिए जाने की बात बताई। इस पर दीपिका ने अपने पति के जीवित होने के बारे में बताया I इस पर दीपिका ने सर्वेयर के पास मौजूद डेथ सर्टिफिकेट, शमशान घाट की अंतिम संस्कार की स्लिप समेत दीपिका का आधार कार्ड व एचडीएफसी बैंक के नए खोले गए खाते के दस्तावेजों की कॉपी दिखाई क्लेम के लिए आवेदन करते वक़्त कम्पनी में दिए गए थे।
दीपिका ने पुलिस को दी शिकायत में कहा कि यह एक साइबर अपराध से भी जुडा मामला लग रहा है I उनकी पाॅलिसी की जानकारी भी कंपनी द्वारा लीक की गई है I इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा भी जीवित व्यक्ति का डेथ सर्टिफिकेट बनाया गया है जिसके कारण इसमें स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की भी मिलीभगत होने की संभावना है I पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है I