रियल लाइफ विलेन 28 फिल्मों में बन गया हीरो, हत्या के आरोप में 30 साल बाद हुआ गिरफ्तार
Gurugram News Network – हरियाणा STF के हाथ एक बड़ी कामयाबी लगी है । गुरुग्राम एसटीएफ की टीम ने 30 साल से फरार हत्या के आरोपी को गिरफ्तार किया है जो 15 सालों से यूपी में रहकर स्थानीय फिल्मों में कलाकार का काम कर रहा था । हत्यारोपी पर 25 हज़ार रुपए का इनाम भी घोषित है । ये आरोपी अब तक यूपी की 28 फिल्मों में काम कर चुका है ।
गुरुग्राम एसटीएफ के एसपी जयबीर सिंह राठी की अगुवाई में बनाई गई टीम ने फरार इस आरोपी को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है । दरअसल आज से 30 साल पहले 15 जनवरी 1992 को भिवानी के सदर थाना इलाके में आरोपी ओमप्रकाश उर्फ पासा ने अपने ही साथी की हत्या कर दी थी और फरार हो गया था । हरियाणा पुलिस ने आरोपी को पकड़ने की लाख कोशिशें की लेकिन कोई सफलता हाथ नहीं लगी । आखिरकार 30 साल बाद हरियाणा एसटीएफ की टीम ने आरोपी ओमप्रकाश उर्फ पासा को यूपी के हरबंस नगर, गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया ।
एसटीएफ के अधिकारियों ने बताया कि आरोपी ओमप्रकाश पर कई आपराधिक मामले दर्ज हैं और ये सेना में भी काम कर चुका है । साल 1984 में आरोपी ओमप्रकाश आर्मी के सिग्नल कौर से हगैर हाज़िर होकर क्राइम की दुनिया में आ गया जिसके बाद साल 1988 में आरोपी को आर्मी से डिसमिस कर दिया गया उसके बाद से ही ओमप्रकाश क्राइम की दुनिया का बादशाह बनने के ख्वाब बुनने लगा ।
आरोपी ओमप्रकाश पर साल 1986 में चोरी का मामला दर्ज हुआ जिसमें से फरार चल रहा था, 1990 में पानीपत में मोटरसाइकिल चुराई, पानीपत में ही मशीन चोरी की, खरखोदा में बजाज चेतक स्कूटर चोरी किया और फिर 15 जनवरी 1992 को भिवानी में अपने ही साथी की लूट के दौरान हत्या करके फरार हो गया । आरोपी ओमप्रकाश पर राजस्थान में भी दो आपराधिक मामले दर्ज हैं ।
साल 1992 मे अपने साथी के लूट के दौरान चाकू मारकर हत्या करने के बाद ओमप्रकाश उर्फ पासा फरार हो गया और अपना नाम पता बदलकर हरबंस नगर गाजियाबाद मे रहने लगा । हत्यारोपी औमप्रकाश उर्फ पासा वर्ष 2007 से यू.पी की स्थानीय फिल्मों में बतौर कलाकार काम करने लगा । इसने यूपी की लगभग 28 फिल्मों में काम किया है जिनमें टकराव, दबंग छोरा यू.पी., झटका जैसी स्थानीय फिल्में शामिल हैं ।
30 साल से फरार हत्या के आरोपी ओमप्रकाश को पकड़ने के लिए जिस टीम का गठन किया गया उसमें डीएसपी दीपक कुमार, सब इंस्पेक्टर राम निवास इंचार्ज एस.टी.एफ यूनिट गुरूग्राम, सब इंस्पेक्टर विकास, सब इंस्पेक्टर विवेक कुमार, हेड कॉन्सटेबल सूर्याकांत, हेड कॉन्सटेबल धर्मेंद्र, हेड कॉन्सटेबल दिनेश कुमार, कॉन्सटेबल नरेन्द्र कुमार (साइबर), कॉन्सटेबल प्रद्यूम्न (साइबर हेड क्वार्टर) शामिल थे ।