पुलिस ने नंबरों को करवाया वेरीफाई,फर्जी पुलिसकर्मी बनकर ठगी करने वालों पर होगी कार्रवाई
150 से ज्यादा नंबरों को गुरुग्राम पुलिस ने सत्यापित करवाकर कलर कोडिंग करवाया
Gurugram News Network-जालसाजों से लोगों को बचाने के लिए गुरुग्राम पुलिस ने कलर कोडिंग करवाने के साथ-साथ सभी सरकारी नंबरों को सत्यापित करवाया गया।जिससे मिलेनियम सिटी के लोगों को जालसाज फर्जी पुलिसकर्मी बनकर डरा नहीं सकें और न ही उनसे ठगी कर सकेंगे।गुरुग्राम पुलिस ने ट्रयू कॉलर कंपनी के साथ करार किया हैं।पुलिस की तरफ से आने वाले नंबरों पर अब हरा रंग दिखाई देगा।जिस नंबर से फोन आया है कि वह किस अधिकारी का नंबर हैं,उसकी पूरी जानकारी होगी। इसके साथ-साथ सत्यापित का निशान भी होगा।
गुरुग्राम जिले के लोगों को बीते साल फर्जी पुलिसकर्मी बनकर डराया और उनके लाखों रुपये की ठगी कर डाली।ऐसे में परेशान होकर लोगों ने पुलिस को शिकायतें देनी शुरू की।पुलिस का नाम सुनते ही डर कर लोगो ने फोन उठाने भी बंद कर दिए थे।गुरुग्राम पुलिस ने लोगों को ठगी और फर्जी रौब से छुटकारा दिलाने के लिए ट्रयू कॉलर कंपनी के साथ करार किया।उसके बाद गुरुग्राम पुलिस के नंबरों को सत्यापित कर उनके लिए हरे रंग का चयन कंपनी की तरफ से किया गया।जबकि पहले लाल और नीले रंग के ही नंबर दिखाई देते हैं।
कंपनी के साथ करार होने के बाद गुरुग्राम पुलिस के 150 से ज्यादा सरकारी नंबर को सत्यापित किया गया। इनमें पुलिस आयुक्त,सभी पुलिस उपायुक्त,एसीपी,थाना प्रभारी,चौकी इंचार्ज,अपराध शाखा , ट्रैफिक पुलिस सहित फीडबैक सेल के नंबरों का सत्यापन करवाया गया है। इन नंबर से फोन आएगा या फिर उनके बारे में जानकारी हासिल करने पर हरे रंग में दिखाई देगा।जिस नंबर से फोन आएगा वह नंबर किस अधिकारी का हैं,उसके बारे में पूरी जानकारी होने के साथ-साथ सत्यापित करने के लिए टिक भी लगाया गया है।
डीसीपी साइबर सिद्धांत जैन ने बताया कि ठगी की वारदातों को रोकने के लिए लोगों का जागरूक होना बेहद जरूरी है।जागरूक होने से ही झांसे में आने से बचा जा सकता है।उन्होंने बताया कि लोगों से ठगी को रोकने के लिए सभी नंबर को सत्यापित करवाने के साथ-साथ कलर कोडिंग भी करवाई है,ताकि लोगों को ठगी से बचाया जा सके।